राज्य व केंद्र सरकार प्रभावितों के साथ
मलारी इन होटल गिराने की कार्यवाही शुरू
जोशीमठ। जोशीमठ में जो कुछ होना था वह हो चुका है, सब कुछ ठीक हो जाएगा। सबका विश्वास है कि जोशीमठ बच जाएगा। पहाड़ कच्चे हैं इसलिए आ रही है आपदा। यह बात आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जोशीमठ में नरसिंह मंदिर में पूजा अर्चना के बाद कहीं।
मुख्यमंत्री धामी कल शाम अचानक जोशीमठ पहुंचे थे और उन्होंने रात्रि विश्राम भी जोशीमठ में ही किया था आज मुख्यमंत्री ने यह अलग—अलग बैठकें की जिनमें जोशीमठ के ताजा हालात और प्रभावितों को मुआवजे तथा उनके पुनर्वास सहित सभी ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने पहली बैठक सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, क्षेत्रीय विधायक राजेंद्र भंडारी तथा जिलाधिकारी चमोली, नगर पालिका अध्यक्ष श्ौलेंद्र कुमार तथा पार्षदों के साथ की। इसके बाद उन्होंने प्रभावित लोगों से मिलकर उनसे भी समस्या पर विस्तार से बातचीत की।
मुख्यमंत्री धामी ने प्रभावितों को भरोसा दिलाया कि इस आपदा की घड़ी में सरकार उनके साथ है तथा पीएम मोदी और केंद्र सरकार का पूरा सहयोग मिल रहा है। उन्होंने बताया कि आपकी सहायता के लिए फौरी राहत जारी कर दी गई है तथा किसी का घर नहीं तोड़ा जाएगा। बाजार मूल्य के हिसाब से आपके घरों के नुकसान का मूल्यांकन कराकर आर्थिक सहायता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अभी सिर्फ दो होटलों को ही तोड़ने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि आपदा के कारणों का पता लगाया जा रहा है काम की योजना बनाई जाएगी
मुख्यमंत्री धामी के इस रूख से ऐसा लग रहा है कि अब आगे और कोई बड़ा नुकसान इस आपदा से होने वाला नहीं है। जबकि दूसरी ओर जिन क्षेत्रों में मकानों में दरार ंंआयी है वह लगातार चौड़ी हुई जा रही हैं होटल मलारी इन के सामने धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों को भी आज दरारों के और अधिक चौड़े होने के कारण प्रशासन द्वारा यहां से हटा दिया गया है यही नहीं पोस्ट ऑफिस सहित अन्य कुछ मकानों और भवनों में भी दरारें आने की बात सामने आई है। साथ ही होटल मलारी इन को तोड़ने की कार्यवाही भी शुरू कर दी गई है।
सरकार ने हाईकोर्ट में किया जवाब दाखिल
नैनीताल। जोशीमठ आपदा को लेकर राज्य सरकार द्वारा नैनीताल हाईकोर्ट में आज जवाब दाखिल करते हुए अब तक सरकार की तरफ से किए गए कार्यों और आपदा प्रबंधन के बारे में जानकारी दी गई है। सरकार ने अपने जवाब में स्थिति की समीक्षा और आकलन के लिए दो समितियां बनाने तथा प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने और रहने खाने की व्यवस्था करने के साथ ही उनके लिए फौरी तौर पर दी गई आर्थिक मदद आदि का ब्यौरा भी दिया गया। सरकार द्वारा जोशीमठ में आपदा प्रबंधन के काम में लगे लोगों और कार्य के बारे में बताने के साथ—साथ लोगों के पुनर्वास की योजना पर काम करने की जानकारी दी गई है।