June 2, 2023नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अपील के बाद मणिपुर के अलग-अलग जगहों से लोगों ने 140 हथियारों को लौटा दिया है। शाह ने मणिपुर दौरे के दौरान हथियारों को सरेंडर करने की अपील की थी। मणिपुर पुलिस ने बताया कि सरेंडर किए गए 140 हथियारों में एसएलआर 29, कार्बाइन, एके, इंसास राइफल, इंसास एलएमजी, ।303 राइफल, 9 एमएम पिस्टल, ।32 पिस्टल, एम16 राइफल, स्मोक गन और आंसू गैस, स्थानीय निर्मित पिस्तौल, स्टन गन, संशोधित राइफल, जेवीपी और जेवीपी ग्रेनेड लांचर शामिल हैं। अमित शाह ने अपने दौरे के दौरान कहा था अगर सरेंडर नहीं किया तो एक्शन लिया जाएगा। उन्होंने तीन दिनों तक हिंसाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा किया था। राज्य के कैबिनेट मंत्रियों समेत हर समुदाय के साथ उनकी बैठक हुई थी। इसके साथ ही गृहमंत्री ने सभी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की थी। उन्होंने कहा, “अफवाहों पर कतई ध्यान न दें। अब राज्य में स्थिति ठीक है।” उनके इस बयान के बाद लोगों ने बड़ी संख्या में हथियार सरेंडर किए। मणिपुर में ये हिंसा नगा-कुकी और मैतेई समुदाय के बीच हो रही है। 3 मई ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन मणिपुर ने ‘आदिवासी एकता मार्च’ निकाला। इसके बाद ही राज्य में हिंसा की शुरुआत हुई। इस रैली में आदिवासी और गैर-आदिवासी समुदाय के बीच झड़प हो गई थी। रैली मैतेई समुदाय की ओर से जनजाति का दर्जा दिए जाने की मांग के विरोध में निकाली गई थी। शाह ने बुधवार (31 मई) को कुकी और मैतेई समुदाय के राहत शिविरों में पहुंचकर जायजा लेने के साथ ही लोगों को मदद का आश्वासन भी दिया था। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने भी चेतावनी जारी की थी कि जिन लोगों के पास अवैध तरीके से हथियार और गोला-बारूद पाया जाएगा, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
June 2, 2023नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन को प्रेरणा व ऊर्जा का स्रोत करार देते हुए शुक्रवार को कहा कि उनके कार्य, शासन प्रणाली और नीतियां आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं। शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक की 350वीं वर्षगांठ के मौके पर आयोजित एक समारोह को वीडियो संदेश के माध्यम से संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ”छत्रपति शिवाजी महाराज का व्यक्तित्व अद्भुत था। उन्होंने स्वराज की भी स्थापना की और सुराज को भी कायम किया। वह अपने शौर्य के लिए भी जाने जाते हैं और अपने सुशासन के लिए भी। उन्होंने राष्ट्र निर्माण का एक व्यापक दृष्टिकोण भी सामने रखा। उन्होंने शासन का लोक कल्याणकारी चरित्र लोगों के सामने रखा। प्रधानमंत्री ने कहा कि शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक दिवस नई चेतना, नई ऊर्जा लेकर आया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उन्होंने हमेशा भारत की एकता और अखंडता को सर्वोपरि रखा और आज ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की दृष्टि में शिवाजी महाराज के विचारों का ही प्रतिबिंब देखा जा सकता है। उन्होंने कहा, ”सैंकड़ों वर्षों की गुलामी ने देशवासियों से उनका आत्मविश्वास छीन लिया था, ऐसे समय में लोगों में आत्मविश्वास जगाना एक कठिन कार्य था। उस दौर में छत्रपति शिवाजी महाराज ने ना केवल आक्रमणकारियों का मुकाबला किया बल्कि जन मानस में यह विश्वास भी कायम किया कि स्वयं का राज संभव है।’उन्होंने कहा, ‘शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक उस कालखंड का एक अद्भुत और विशिष्ट अध्याय है। राष्ट्र कल्याण और लोक कल्याण उनकी शासन व्यवस्था के मूल तत्व रहे हैं।’ प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनके कार्य, शासन प्रणाली और नीतियां आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं और उन्होंने भारत के सामर्थ्य को पहचान कर जिस तरह से नौसेना का विस्तार किया, वह आज भी हमें प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा, ”यह हमारी सरकार का सौभाग्य है कि छत्रपति शिवाजी महाराज से प्रेरणा लेकर पिछले साल भारत ने गुलामी के एक निशान से नौसेना को मुक्ति दे दी। अंग्रेजी शासन की पहचान को हटा कर शिवाजी महाराज की राज-मुद्रा को जगह दी गई है।”हिंदू कैलेंडर के अनुसार, इस साल राज्याभिषेक की वर्षगांठ आज दो जून को है। छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक की 350वीं वर्षगांठ के अवसर पर महाराष्ट्र के रायगढ़ किले में शुक्रवार को सुबह आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भाग लिया।
June 2, 2023यह ठीक है कि मध्य मार्च से लेकर अब तक उत्तराखंड का मौसम अत्याधिक खराब रहा है जिसका गंभीर प्रभाव खेती—किसानी और आम जनजीवन पर पड़ा है लेकिन वर्तमान समय में चारधाम यात्रियों को जिस तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है उसका कारण सिर्फ मौसम की विसंगतियां ही नहीं सरकार की तैयारियां भी कम जिम्मेदार नहीं है। भले ही सरकार और सीएम ने यात्रा शुरू होने से पूर्व इन तैयारियों के बारे में बड़े दावे करते हुए यहां तक कहा था कि हमारी व्यवस्थाएं ही हमारा ब्रांड एंबेसडर है किंतु अब सरकार को भी इस बात का एहसास हो गया है कि आधी अधूरी तैयारियों के बीच शुरू हुई यह चार धाम यात्रा अव्यवस्थाओं से किस तरह प्रभावित हो रही हैं। इन अव्यवस्थाओं पर जब पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज से कोई सवाल किया जाता है तो वह कहते हैं कि अब अगर मौसम खराब है तो वह क्या कर सकते हैं? यह ठीक है कि पर्यटन मंत्री या अन्य कोई भी व्यक्ति प्राकृतिक मामलों में कुछ नहीं कर सकता है लेकिन उनका इस तरह का जवाब क्या अपनी जिम्मेदारियों से बचने को नहीं दर्शाता है। इन दिनों चारधाम यात्रियों को सबसे अधिक परेशानी खराब सड़कों और रास्तों से हो रही है। खराब सड़कों के कारण जगह—जगह यात्री जाम में फंस रहे हैं और सरकारी व्यवस्थाओं को कोस रहे हैं। वहीं धामों में उनके रहने खाने और सोने से लेकर शौच और स्नान तक की व्यवस्थाएं नहीं है। यात्रियों को आम जरूरत का सामान ठीक से मिल ही नहीं पा रहा है या फिर मनमाने दामों पर मिल रहा है। इस बारिश और बर्फबारी के बीच धामों में यथोचित सफाई व्यवस्था रखना भी मुश्किल हो रहा है जिसके कारण भारी गंदगी का अंबार धामों में लगता जा रहा है। सरकार ने यात्रा के सुचारू संचालन के लिए जो नियमावली तैयार की थी उस पर या तो अमल की कोई व्यवस्था नहीं है या फिर उस नियमावली में फेरबदल कर सरकार द्वारा ही निष्प्रभावी बना दिया गया है जिसके कारण चार धाम यात्रा अव्यवस्थाओं का शिकार हो चुकी है। शासन द्वारा पहले ही हर एक धाम में एक दिन में निर्धारित संख्या में श्रद्धालुओं को भेजने की बात कही गई थी लेकिन तीर्थ पुरोहितों और पंडा पुजारियों व व्यवसायियों ने सरकार पर दबाव बनाकर इस नियमावली को निष्प्रभावी बना दिया गया नतीजा यह है कि 22—22 घंटे मंदिरों को खुला रखकर भी श्रद्धालुओं को ठीक से दर्शन नहीं करवाये जा रहे हैं क्योंकि धामों में इतनी अधिक भीड़ है कि क्षमता से डेढ़ व दोगुना यात्री हर रोज धामों में पहुंच रहे हैं ऐसे में उनके रहने खाने से लेकर दर्शन कराने तक की व्यवस्थाएं ध्वस्त हो चुकी है सरकार का दावा भले ही यह रहा हो कि टोकन से दर्शन कराएंगे और किसी भी यात्री को घंटो तक कतारों में खड़े होकर इंतजार नहीं करना पड़ेगा लेकिन अब लंबी—लंबी कतारें लगी हुई हैं। बिना रजिस्ट्रेशन किसी को भी दर्शन नहीं कराने का नियम भी हवा हवाई ही साबित हुआ है जो भीड़ धामों में जुट रही है वह बताती है कि रजिस्ट्रेशन के बिना भी यात्री बड़ी संख्या में धामों में पहुंच रहे हैं। केदारनाथ जाने वाले यात्रियों के लिए हेली सेवा की बुकिंग तो मानो किसी जंग जीतने के बराबर हो चुकी है। घोड़ा—खच्चर वाले हो या फिर हट और टेंट वाले, होटल वाले हो या ढाबे वाले हर कोई श्रद्धालुओं को उल्टे उस्तरे से छील रहा है। चारधाम आने वाले यात्री इन अव्यवस्थाओं के कारण देवभूमि व सरकार की कैसी छवि मन में लेकर जा रहे हैं इस पर गौर करने का समय यहां किसी के भी पास नहीं है।
June 2, 2023नोएडा। दिल्ली से सटे नोएडा में पुलिस ने एक ऐसे गैंग का खुलासा किया है, जो 2660 फर्जी कंपनियां बनाकर करीब 15 हजार करोड़ रुपए से अधिकर का फर्जीवाड़ा कर चुका है। पुलिस ने इस गैंग के मास्टरमाइंड समेत 8 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। इस गैंग ने हजारों लोगों के पैन कार्ड के डेटा और जाली दस्तावेजों के आधार पर सरकार को चुना लगाया है। पुलिस की मानें तो गिरफ्त में आए आरोपी फर्म का फर्जी बिल बनाते थे और जीएसटी रिफंड (इनपुट टैक्स क्रेडिट) प्राप्त कर सरकार को चूना लगाते थे। आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद 2660 फर्जी कंपनियां मिली हैं। इनमें 15 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का बीते 4.5 साल में आरोपियों ने जीएसटी रिफंड लिया है। नोएडा पुलिस आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत केस दर्ज कर संपत्ति कुर्क की कार्रवाई करेगी।इस फर्जीवाड़े का खुलासा करते हुए पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने इस गिरोह को पकड़ने वाली टीम को 25 हजार रुपए का इनाम देने की घोषणा की है। सेक्टर 20 पुलिस ने जालसाजों के इस गैंग का खुलसा करते हुए मास्टरमाइंड समेत 8 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से 12 लाख 66 हजार रुपए, 32 मोबाइल, 28 कंप्यूटर/लैपटॉप, 258 आधार/पैन कार्ड, 03 लग्जरी कार बरामद की है। बताया कि अभी तक की जांच के आधार पर 2660 से अधिक कंपनियों का पता चला है, जिनके जीएसटी पिन नंबर भी पाए गए है। इस गैंग का मास्टरमाइंड दीपक मुरजानी है। बताया कि दीपक मुरजानी और उनके गैंग के पास से 6 लाख 35 हजार ऊपर का पैन कार्ड का डेटा भी ऑनलाइन पाया गया है।
June 2, 2023नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में इस बार मौसम के अलग-अलग रंग देखने को मिल रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार इस बार मई-जून में शुरू हुई प्री-मॉनसूनी बारिश ने गर्मी का असर कम कर दिया है। दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ ( वेस्टर्न डिस्टर्बेंस ) के कारण पिछले कुछ समय से आंधी व बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम की इस आंख मिचौली के साथ अगले एक हफ्ते तक मौसम का मिजाज कैसा रहने वाला है, इसको लेकर भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बड़ा अपडेट दिया है। मौसम विभाग ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि आज भी पिछले कुछ दिनों से एक्टिव वश्चिमी विक्षोभ का असर बना रहेगा।जिसके जलते उत्तर भारत के हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब दिल्ली-एनसीआर समेत कई इलाकों में तेज हवाओं को साथ बारिश होती रहेगी। इसके बाद बारिश तो नहीं होगी, लेकिन आकाश में छाए बादल लोगों को गर्मी में शीतलता प्रदान करते रहेंगे। मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि 8 जून के बाद मौसम अपने पूराने रंग में आ जाएगा लोगों को फिर से लू के थपेड़े झेलने होंगे। मौसम संबंधी पूर्वानुमानों से जुड़ी एजेंसी स्काईमेट के अनुसार अगले 24 घंटे के भीतर कुछ राज्यों में बारिश की संभावना है।इन राज्यों में पश्चिमी हिमालय, पंजाब के कुछ हिस्सों, दक्षिण कर्नाटक, रायलसीमा, आंध्र प्रदेश के तटीय भागों लक्षद्वीप शामिल हैं। जबकि दिल्ली-एनसीआर में बारिश से पहले धूलभरी आंधी चलने की संभावना है।
June 2, 2023न्यूयार्क।अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन वायुसेना के एक कार्यक्रम के दौरान लड़खड़ा कर गिर पड़े। इसका वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो में साफ देखा सकता है कि कार्यक्रम के दौरान जैसे ही जो बाइडन स्टेज पर आगे बढ़ने की कोशिश करते हैं, गिर पड़ते हैं। स्टेज पर मौजूद एक अधिकारी ने उन्हें सहारा देकर उठाया। अच्छी बात यह रही कि उन्हें कोई चोट नहीं लगी। व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान के मुताबिक, स्टेज पर रखे एक बैग के कारण यह हादसा हुआ। टेलीप्रॉम्पटर को सहारा देने के लिए यह बैग रखा गया था। बता दें, अमेरिकी राष्ट्रपति की उम्र 80 साल है और दो साल में यह पांचवां मौका है जब वे इस तरह लड़खड़ा कर गिरे हो। विरोधी उनकी बढ़ती उम्र और गिरती सेहत को लेकर निशाना बनाते रहे हैं। जून 2022 में जो बाइडन लॉस एंजेलिस रवाना होते हुए फ्लाइट में चढ़ने के दौरान गिर गए थे। मई 2022 में एंड्र्यूज एयरफोर्स बेस पर प्लेन में सवार होने के दौरान उन्होंने संतुलन खो दिया था। मार्च में एयरफोर्स वन विमान में सवार होते हुए बाइडन सीढ़ियों पर गिर गए थे।2022 में अमेरिका के डेलावेयर बीच पर बाइडन साइकिल चलाते समय गिर पड़े थे। कहा गया था कि पैडल में जूते फंसने के चलते हादसा हुआ था।