March 18, 2025देहरादून। मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश जारी किये हैं कि 23 मार्च, 2025 को वर्तमान सरकार के तीन वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार राज्य के जनपद मुख्यालयों में आयोजित कार्यक्रम के अंतर्गत “जन सेवा थीम” पर बहुदेशीय शिविरों एवं चिकित्सा शिविरों का आयोजन किये जाएगे । मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने निर्देश जारी किये हैं कि प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार जनपदों में चिकित्सा शिविरो एवं बहुदेशीय शिविरो का आयोजन 22 मार्च से 25 मार्च 2025 तक किया जायेगा। मुख्य कार्यकम 22 मार्च को जनपद अल्मोड़ा में तथा 23 मार्च 2025 को जनपद देहरादून में आयोजित किया जायेगा। समस्त जनपदों के जनपद मुख्यालयों में भी 23 मार्च 2025 को कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है. जिसमें सूचना विभाग द्वारा तैयार विकास पुस्तिका का विमोचन, बहुद्देशीय शिविर तथा चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जायेगा। जनपद मुख्यालयों में कार्यक्रम की अध्यक्षता सम्बन्धित जनपद के मा० प्रभारी मंत्री जी के द्वारा की जायेगी। जिन जनपदों में कतिपय कारणों से मा० प्रभारी मंत्री जी की उपलब्धता सुनिश्चित नहीं हो पा रही है, वहां कार्यक्रम की अध्यक्षता मा० सांसदगण द्वारा की जायेगी। सम्बन्धित जिलाधिकारी कार्यक्रम की अध्यक्षता हेतु मा० प्रभारी मंत्री/मा० सांसदगण से निवेदन कर समन्वय स्थापित करेंगे। बहुद्देशीय शिविर में आम जन को प्रदान की जाने वाली सेवाओं की उपलब्धता, विभिन्न विभागों द्वारा प्रदान की जाने वाली जनोपयोगी योजनाओं एवं सुविधाओं की जानकारी, निःशुल्क स्वास्थ्य जांच एवं दवाओं का वितरण आदि सुनिश्चित किया जायेगा, इसके साथ ही सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ लेते हुए राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले लाभार्थियों की सक्सेस स्टोरीज का भी प्रचार-प्रसार किया जाय। जनपद स्तर पर कार्यक्रम का शुभारम्भ प्रातः 11:00 बजे किया जाना है।मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने निर्देश जारी किए हैं कि प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार मा० प्रभारी मंत्री/ मा० सांसद द्वारा पहले जनता को सम्बोधित किया जायेगा। जनपद देहरादून में आयोजित होने वाले कार्यक्रम को मा 0 मुख्यमंत्री जी द्वारा अपराह लगभग 12:30 बजे सम्बोधित किया जायेगा, जिसका सजीव प्रसारण समस्त जनपद मुख्यालयों एवं तहसील/ ब्लॉक मुख्यालयों में आयोजित होने वाले कार्यक्रन में भी प्रसारित किया जायेगा। जनपद स्तर पर बहुद्देशीय शिविर / चिकित्सा शिविर एवं कार्यक्रम के आयोजन की व्यवस्था सम्बन्धित जिले के जिलाधिकारी द्वारा की जायेगी, इसमें टेंट, फर्नीचर, जलपान, भोजन आदि की उपलब्धता सुनिश्चित की जायेगी। कार्यक्रम स्थल पर उत्तराखण्ड की लोक परम्पराओं, लोक नृत्य, लोक गायन, लोक कला जैसे कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम के व्यापक प्रचार-प्रसार के साथ ही साथ जनसामान्य हेतु सरकार द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं से सम्बन्धित पठनीय सामग्री भी उपलब्ध कराई जायेगी। जनपद मुख्यालय पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में स्थानीय सम्मानित जन प्रतिनिधियों के साथ-साथ सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को भी आमंत्रित किया जायेगा। 23 मार्च, 2025 को आयोजित होने वाले कार्यक्रम के अतिरिक्त 24 मार्च से 30 मार्च, 2025 तक जन सेवा थीम पर प्रत्येक विधानसभा / लॉक स्तर पर भी बहुदेशीय शिविर एवं चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया जाएगा।विधानसभा क्षेत्र/ब्लॉक मुख्यालयों में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की तिथि निश्चित कर बहुद्देशीय शिविरों के आयोजन का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जायेगा,ताकि अधिकतन जन सहभागिता सुनिश्चित हो सके तथा आमजन को अधिकतम लाभ प्राप्त हो सके। विधानसना/ब्लॉक मुख्यालयों पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में मा० सांसदगण / ना० विधायकगण एवं सम्मानित जन प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया जायेगा | उक्त कार्यक्रमों को सफल बनाने हेतु जो भी कार्य आवश्यक होंगे, जिलाधिकारी अपने स्तर से निर्णय लेंगे।
March 18, 2025तीन मैदानी जिलों में उत्तराखंड की आधी आबादी मैदान की उपेक्षा पर आम जनता व व्यापारी नाराज देहरादून। भले ही भाजपा ने संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल से इस्तीफा मांग लिया हो और उन्होंने अपना इस्तीफा दे दिया हो लेकिन पहाड़ और मैदान की राजनीति के खेल में भाजपा अब स्वयं को फंसा हुआ महसूस कर रही है। वहीं प्रेमचंद के इस्तीफे पर जश्न मनाने वाला सोशल मीडिया और उत्तराखंडियत की लड़ाई लड़ने वालों को भी इस बात का एहसास हो चुका है कि मैदान की उपेक्षा भाजपा और पहाड़ दोनों पर भारी पड़ सकती है।प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे के बाद उनके समर्थकों में ही नहीं मैदानी क्षेत्र के लोगों और व्यापारी वर्ग में भी भारी नाराजगी देखी जा रही है। हालात इतने गंभीर रूप लेते जा रहे हैं कि मैदानी क्षेत्र की आम आवाम उन नेताओं के खिलाफ जो अपने पहाड़ की परंपरागत सीटों को छोड़कर मैदान की सीटों पर चुनाव लड़ते और जीतते रहे हैं उन्हें अब सबक सिखाने के लिए जनता ने आस्तीनें चढ़ानी शुरू कर दी है। प्रेमचंद का इस्तीफा वापस लेने की मांग कर रहे जो लोग सड़कों पर उतरकर इसका विरोध कर रहे हैं अब खुद प्रेमचंद इन लोगों से ध्ौर्य और संयम बरतने की अपील कर रहे हैं।13 जिलों वाले उत्तराखंड के तीन मैदानी जिलों में पहाड़ के शेष 10 जिलों की बराबर आबादी है। प्रेमचंद के समर्थक अब सड़कों पर उतरकर इसलिए यह नारे लगा रहे हैं कि ट्टजिसकी जितनी हिस्सेदारी उसकी उतनी भागीदारी। पहाड़ से अपनी परंपरागत सीटों को छोड़कर पहाड़ से मैदान की ओर भागे इन नेताओं के क्षेत्र के मतदाताओं ने ही उन्हें नेता बनाया है लेकिन अब उनका कहना है कि पहाड़ के लोग अगर मैदान के नेताओं को हाशिये पर धकेलेगे जैसा कि बीते कुछ सालों से देखा जा रहा है तो वह भी अब इन नेताओं को सबक सिखाने में देर नहीं करेंगे। उनका कहना है कि पहाड़ और मैदान का राग अलापने वाले इन नेताओं को पहाड़ में जाना चाहिए वहीं खुद रहे और वही अपने बच्चों को भी रखें।पहाड़ और मैदान की जंग के परिणामों को भांप चुके नेताओं के स्वर भी बदलने लगे हैं और वह अब इस बात पर आ गए हैं कि उत्तराखंड में रहने वाला कोई भी व्यक्ति पहाड़ और मैदानी (देसी) नहीं है हम सब उत्तराखंडी है। सूबे के नेता और भाजपा दोनों को इस बात का आभास हो चुका है कि अगर यह लड़ाई खत्म नहीं हुई तो आबादी के हिसाब से मैदान का पहाड़ की राजनीति और सत्ता दोनों पर एक दिन कब्जा हो जाएगा। यही कारण है कि अब भाजपा में इस बात पर मंथन शुरू हो चुका है कि मैदान की उपेक्षा नहीं की जा सकती है अगर ऐसा किया तो सत्ता से हाथ धोना पड़ेगा।
March 18, 2025देहरादून। मुख्यमंत्री आवास परिसर में शहद निष्कसन कार्य किया गया जिसके पहले चरण में 57 किलो शहद निकाला गया।आज यहां मुख्यमंत्री आवास परिसर में शहद निष्कासन कार्य किया गया। पहले चरण में 57 किलोग्राम शहद निकाला किया गया। इस बार लगभग 200 किलोग्राम तक शहद के निकालने का लक्ष्य रखा गया। मुख्यमंत्री ने बी—कीपिंग कार्य को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लेते हुए शहद महोत्सव आयोजित करने के लिए उघान विभाग को निर्देश दिये गये। जिसमें मधुमक्खी द्वारा तैयार किए जाने वाले समस्त प्रोडक्ट महोत्सव में रखने और हर वर्ष शहद महोत्सव की एक तिथि भी निर्धारित करने को कहा गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में मौन पालन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में प्रचुर मात्रा में फूलों की प्रजातियां हैं, जो उच्च गुणवत्ता वाले जैविक शहद उत्पादन में सहायक हैं। पहाड़ी क्षेत्रों में औषधीय गुणों वाला शहद तैयार करने के लिए लोगों प्रशिक्षण दिया जाए। मौन पालन को बढ़ावा देने के लिए लोगों को जागरूक किया जाए। इस अवसर पर उघान प्रभारी दीपक पुरोहित और चेयरमैन देवभूमि पर्वतीय ग्रामोघोग विकास संस्थान हरबर्टपुर अजय कुमार सैनी मौजूद थे।
March 18, 2025हरिद्वार। मामूली रंजिश के चलते हत्याकांड को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी सहित 6 लोगों का पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जिनके पास से घटना में प्रयुक्त 2 तमंचे व कारतूस बरामद किये गये है।जानकारी के अनुसार बीते रोज बहादरपुर जट पथरी निवासी बाबूराम उर्फ अरुण द्वारा थाना पथरी पर तहरीर देकर बताया गया था कि हर्ष चौधरी आदि अन्य लोगों द्वारा उनके भाई राजन के साथ गाली गलौज, जाति सूचक शब्द प्रयोग कर जांघ में गोली मार दी गयी है। जिससे जिससे राजन की मृत्यु हो गयी। मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गयी। आरोपितों की धरपकड के लिए संभावित ठिकानों पर ताबड़तोड़ दबिशें दी गई तथा दिन रात की अथक मेहनत एवं टीम वर्क के बाद इस घटना में शामिल होने के 6 आरोपित को 2 अवैध तमंचों व कारतूस के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। पकड़ में आए आरोपित में से एक जतिन चौधरी ने पूछताछ में स्वीकार किया कि उसने करीब 1 साल पहले उत्तराखंड के लोगों के बारे में भला बुरा कहते हुए वीडियो बनाकर वायरल कर दिया था जिसके कारण विधायक उमेश कुमार के साथ उसकी रंजिश चल रही थी। इस रंजिश के चलते उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर बीती 26 फरवरी को विधायक उमेश कुमार के कैंप कार्यालय पर भी फायरिंग की गयी थी। फरार आरोपियों की तलाश हेतु लगातार दबिशें दी जा रही है। पुलिस के अनुसार आरोपी शातिर किस्म का बदमाश है। जिस पर पूर्व में भी कई मुकदमें दर्ज है।
March 18, 2025दर्जन भर से अधिक विधायक दिल्ली पहुंचे मुख्यमंत्री धामी पहुंच चुके हैं दिल्ली देहरादून। मंत्रिमंडल में बड़े फेरबदल की संभावनाओं के मद्देनजर लंबे समय से मंत्री पद की आस लगाए बैठे भाजपा के विधायकों ने अब दिल्ली की दौड़ शुरू कर दी है।प्राप्त जानकारी के अनुसार डेढ़ दर्जन से अधिक ऐसे विधायक हैं जिनको मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की संभावनाएं जताई जा रही थी उन्होंने अब दिल्ली में डेरा डाल दिया है।उल्लेखनीय है कि आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दिल्ली रवाना हो गए हैं कहा तो यही जा रहा है कि वह किसी अपने निजी कार्यक्रम में भाग लेने के लिए दिल्ली गए हैं लेकिन चर्चा यह भी है कि वह भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और बी.एल संतोष तथा पार्टी के बड़े नेताओं से भी मुलाकात करेंगे। हालांकि कुछ लोगों का कहना यह भी है कि अभी मंत्रिमंडल विस्तार में एक सप्ताह का समय लग सकता है लेकिन संभावित मंत्रियों की सूची में जिन लोगों के नाम बताए जा रहे हैं उनमें से अधिकांश विधायक दिल्ली पहुंच गए हैं। और अपनी अपनी जोड़ जुगाड़ में लगे हुए हैं इन विधायकों को यह भी लग रहा है कि मंत्रिमंडल में अगर 6 से 7 मंत्री बनाए जाते हैं तो उनका नंबर आसानी से आ सकता है और मंत्री पद पाने का उनके पास एक बेहतर मौका है। सूची फाइनल होने पर पता चल सकेगा कि बाजी कौन—कौन मारता है।
March 18, 2025नई दिल्ली। ओडिशा के बरगढ़ से बीजेपी सांसद प्रदीप पुरोहित ने मंगलवार को बजट सत्र के दौरान लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना छत्रपति शिवाजी महाराज से कर बड़ा विवाद पैदा कर दिया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी अपने पिछले जन्म में कोई और नहीं बल्कि महान मराठा सम्राट छत्रपति शिवाजी महाराज थे। पुरोहित ने एक संत से मुलाकात का जिक्र किया, जिन्होंने कथित तौर पर उन्हें बताया था कि पीएम मोदी अपने पिछले जन्म में छत्रपति शिवाजी महाराज थे। कांग्रेस और शिवसेना नेताओं को प्रदीप पुरोहित का बयान रास नहीं आया। उन्होंने इसे छत्रपति शिवाजी महाराज की विरासत और महानता का अपमान करार दिया गया। सोशल मीडिया पर इसे लेकर अब बहस भी छिड़ गई है। कुछ लोगों ने पुरोहित से माफी मांगने को भी कहा है। कांग्रेस नेता वर्षा गायकवाड़ ने इस विवादित बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “इन लोगों ने छत्रपति शिवाजी महाराज के माननीय जिरोटोप नरेंद्र मोदी के सिर पर रखकर उनका घोर अपमान किया है और अब इस बीजेपी सांसद का यह घिनौना बयान सुनिए।” शिवसेना (यूबीटी) नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने भी सोशल मीडिया पर कहा कि बीजेपी के इन बेशर्म चाटुकारों को नियंत्रित करने की जरूरत है। पीएम मोदी की तुलना छत्रपति शिवाजी महाराज से करना बिल्कुल अस्वीकार्य है। एक सोशल मीडिया यूजर ने दावे पर अविश्वास और मजाक उड़ाते हुए पूछा, ‘छत्रपति जी के जन्म के बीच के वर्षों में मोदी कहाँ थे? ये भी बता दो…!