देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस में हुए बड़े बदलाव के बाद मीडिया के सामने आए नवनियुत्त प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि हरीश रावत के नेतृत्व में हम सब मिलकर चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे।
बदलाव को लेकर कुछ बड़े नेताओं की नाराजगी पर गणेश गोदियाल ने कहा कि आप जिन नेताओं की नाराजगी की बात कर रहे हैं वह मेरे बड़े भाई जैसे हैं उन्हीं के आशीर्वाद से मुझे इस पद पर काम करने का मौका मिला है। निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह का नाम लेकर उन्होंने कहा कि वह आप सभी के सामने मेरे सर पर हाथ रखकर आशीर्वाद देंगे। नवप्रभात के पद संभालने से इन्कार करने की बात पर उन्होंने कहा कि मैं जब तक खुद उनसे नहीं मिल लेता मैं किसी भी बात पर भरोसा नहीं कर सकता। वह इतने वरिष्ठ नेता है कि जब वह राजनीति में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभा रहे थे तब मैं राजनीति में बच्चा था। उन्होंने कहा कि आप मेरी बात न करें। हमारी बात करें कांग्रेस की बात करें।
गणेश गोदियाल से जब प्रदेश अध्यक्ष के साथ—साथ, चार—चार कार्यकारी अध्यक्षों की नियुत्तिQ की नई परंपरा की बात पूछी गई तो उन्होंने कहा कि इससे काम और बेहतर तरीके से किया जा सकेगा। गोदियाल ने कहा कि हम चार ही नहीं हम सब एक हैं और मिलकर पूरी ताकत के साथ 2022 का चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे। उन्होंने अपनी प्राथमिकता के सवाल पर कहा कि मेरी नहीं हमारी तथा कांग्रेस की प्राथमिकता फिलहाल तो भाजपा सरकार की नाकामियों और कथनी और करनी के फर्क को जनता तक पहुंचाना है। आप सब देख ही रहे हैं कि प्रदेश में इस समय क्या हो रहा है? पांच साल भाजपा सरकार ने कोई विकास का काम नहीं किया है अब रोज—रोज सीएम बदलकर और नए—नए नारे गढ़ कर अपनी नाकामियों पर पर्दा डालने के प्रयास में भाजपा नेता जुटे हुए हैं। लेकिन प्रदेश की जनता सब देख रही है चुनाव में जनता भाजपा को करारा जवाब देने जा रही है। हरीश रावत के नेतृत्व में चुनाव लड़े जाने के मुद्दे और उन्हें सीएम का चेहरा बनाए जाने पर उन्होंने कहा कि इसमें पूछने की क्या बात है जब हरीश रावत के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जा रहा है तो वही सीएम का चेहरा होंगे।
जिसका चेहरा वही बनाए घोषणा पत्रः नवप्रभात
देहरादून। कांग्रेस हाईकमान के फैसले से नाराज नवप्रभात का कहना है कि इससे पूर्व वह तीन बार चुनाव घोषणा पत्र समिति की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। लेकिन इस बार स्थितियां अलग है जिसके चेहरे पर चुनाव लड़ा जा रहा है वह खुद तय करें कि अगर उनकी सरकार बनती है तो उनकी क्या प्राथमिकताएं होंगी और जनता के सामने वह किस विजन के साथ जाना चाहते है,ं यही कारण है कि मैंने इस जिम्मेदारी को संभालने से मना कर दिया है।
कांग्रेस में बदलाव के साथ बड़ा बवंडर भी
देहरादून। कांग्रेस में बड़े बदलाव के साथ ही बड़ा बवंडर भी खड़ा हो गया है। प्रीतम सिंह कह रहे हैं कि चुनाव सार्वजनिक नेतृत्व में होगा। गणेश गोदियाल कह रहे हैं कि हरीश रावत के चेहरे पर लड़ा जाएगा चुनाव। वहीं किशोर उपाध्याय इस बड़े बदलाव से इसलिए नाराज हैं कि उन्हें पार्टी ने इस बदलाव में कोई अहम जिम्मेदारी नहीं दी है। वही अंदर की खबर यह है कि प्रीतम सिंह व उनके समर्थक भी इस बड़े बदलाव से संतुष्ट नहीं हैं।