देहरादून। अल्मोड़ा के जागेश्वर धाम में भाजपा सांसद द्वारा मंदिर प्रबंधकों के साथ किए गए दुर्व्यवहार के विरोध में पूर्व सीएम हरीश रावत ने अपने देहरादून स्थित आवास में मौत व्रत रखा। मौन उपवास के बाद मीडिया से बातचीत में रावत ने कहा कि भगवान जगन्नाथ का अपमान नहीं सहा जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा को अपने सांसद के इस व्यवहार के लिए माफी मांगनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि जागेश्वर, भगवान जागनाथ का धाम है जो एक साक्षात ज्योर्तिलिंग है। वहां के प्रधान पुजारी और मंदिर के लिये अपमानजनक शब्दों का प्रयोग कर भाजपा के सांसद ने अपना अहंकार दिखाया है। भाजपाई सांसद के इस व्यवहार से मैं पहले ही बहुत आहत हूँ। भाजपा सांसद का अमर्यादित व्यवहार अत्यधिक निंदनीय है। भाजपा को इस व्यवहार के लिये सार्वजनिक रूप से क्षमा मांगनी चाहिये। उन्होंने कहा कि मैं इस व्यवहार के विरोध में मौन उपवास पर बैठा।
इस दौरान वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रभु लाल बहुगुणा, गोदावरी थापली, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष राजेंद्र सिंह राणा, पूर्व प्रमुख कमल सिंह रावत, उर्मिला थापा, संग्राम सिंह पुंडीर, श्याम सिंह चौहान, ललित जोशी, नीरज त्यागी, दीपेंद्र सिंह भंडारी, दिलबर प्रताप सिंह, मोहन काला, मनमोहन शर्मा, श्रीमती अलका शर्मा, अमन उज्जैनवाल, कैलाश बाल्मीकि आदि मौजूद रहे।