दून जेल से टिहरी किया गया शिफ्ट
विशेष संवाददाता देहरादून। भले ही अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर अंकिता के परिजनों को इस बात का भरोसा न सही कि पुलिस व एसआईटी उन्हें न्याय दिलवा पाएगी और वह इसकी सीबीआई जांच की मांग को लेकर हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटा रहे हो, लेकिन एसआईटी द्वारा दावा किया जा रहा है कि उसके पास दोषियों को सजा दिलाने के लिए पर्याप्त सबूत है, तथा अपने पक्ष को और अधिक मजबूत करने के लिए एसआईटी इस मामले में आरोपियों में से एक सौरभ को अपना सरकारी गवाह बनाने की तैयारी कर रही है।
हाईकोर्ट द्वारा एसआईटी को 11 नवंबर तक का समय साक्ष्य पेश करने के लिए दिया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अंकिता हत्याकांड के आरोपी जो अब तक एक ही जेल में बंद थे उनकी जेल बदल दी गई है जानकारी के अनुसार आरोपी सौरभ को अब दून से टिहरी जेल शिफ्ट कर दिया गया है एसआईटी को सौरभ से जो जानकारियां मिली हैं वह काफी अहम है। क्योंकि वह पूरे घटनाक्रम का प्रत्यक्षदर्शी है। एसआईटी जेल में उससे फिर पूछताछ करने व उसके दोबारा बयान दर्ज करने जा रही हैै। एसआईटी द्वारा उसके बयानों के आधार पर उसे सरकारी गवाह बनाने की तैयारी की जा रही है अगर सौरभ सरकारी गवाह बन जाता है तो यह केस काफी आसान हो जाएगा क्योंकि एसआईटी को एक चश्मदीद गवाह मिल जाएगा।
उल्लेखनीय है कि मुख्य आरोपी पुलकित के वनन्तरा रिजार्ट में काम करने वाली अंकिता की हत्या 18 सितंबर को हुई थी और उसे यही तीनों आरोपी लेकर गए थे। 24 को उसका शव चीला नहर से इनकी निशानदेही पर ही बरामद हुआ था।