नई दिल्ली। अमेरिका ने अलास्का के आसमान में बहुत ऊंचाई पर उड़ रही एक अनजान वस्तु को जेट से हमला कर नीचे गिरा दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने शुक्रवार को इसे गिराने के आदेश दिए थे। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने बताया कि ये अनजानी वस्तु ‘एक छोटी कार के आकार’ की है और यात्री विमानों के लिए ‘ख़तरा बन गई थी’। जॉन किर्बी ने कहा कि ये वस्तु कहां से आई थी और इसका क्या उद्देश्य है, ये अभी तक साफ़ नहीं है। शुक्रवार को व्हाइट हाउस में जॉन किर्बी ने बताया कि अलास्का के आसमान में मिली वस्तु को वायु सेना के एफ़-22 फाइटर जेट ने शुक्रवार को नीचे गिराया गया था। इसका मलबा चीनी बलून के मलबे के मुक़ाबले बहुत कम है। उन्होंने बताया कि ये वस्तु अलास्का के उत्तरी तट पर 40 हज़ार फीट की ऊंचाई पर उड़ रही थी। जबकि यात्री विमान 40 से 45 हज़ार फीट की ऊंचाई पर उड़ते हैं। ऐसे में ये यात्री विमानों के लिए ख़तरा बन सकता था।
उन्होंने बताया कि जब इस वस्तु को गिराया गया तो ये 64 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से नॉर्थ पोल की तरफ़ बढ़ रही थी। इस वस्तु को गिराने के लिए एफ़-22 जेट को भेजा गया था। इस वस्तु के मलबे की तलाश के लिए ब्यूफ़ोर्ट सागर के जमे हुए पानी के आसपास हेलीकॉप्टर और ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ़्ट को तैनात किया गया है। जॉन किर्बी ने कहा, “हमें नहीं पता कि ये किसका है। ये किसी सरकार का है या किसी कंपनी का या व्यक्ति की निजी वस्तु है।” गुरुवार रात को पहली बार इस वस्तु को आसमान में देखा गया था, हालांकि अधिकारियों ने इसके देखे जाने समय की पुष्टि नहीं की है। उन्होंने कहा कि सबसे पहले दो फ़ाइटर विमानों ने इस वस्तु के आसपास चक्कर लगाया और ये सुनिश्चित किया कि इसमें कोई व्यक्ति सवार नहीं है। ये वस्तु हवा में तैर रही थी। ये सिलिंडर आकार की थी और चांदी की चमक वाले स्लेटी रंग की थी। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल पैट राइडर ने बताया कि ये वस्तु पिछले हफ़्ते मिले “चीनी गुब्बारे के आकार और ढांचे की तरह नहीं थी”।