नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव की सरगर्मियां जोरों पर हैं, जहां सोमवार को विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने संसद भवन पहुंचकर अपना नामांकन किया। इस दौरान कांग्रेस की ओर से सांसद राहुल गांधी, एनसीपी चीफ शरद पवार, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, नेशनल कॉन्फ्रेंस चीफ फारूक अब्दुल्ला और सीपीएम की ओर से सीताराम येचुरी मौजूद रहे। इसके अलावा अशोक गहलोत, जयंत चौधरी, तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामाराव, सांसद नामा नागेश्वर राव, रंजीत रेड्डी, सुरेश रेड्डी, बीबी पाटिल और प्रभाकर रेड्डी भी सिन्हा के नामांकन में शामिल हुए। दरअसल विपक्षी दलों ने शुरू में ही संयुक्त उम्मीदवार की घोषणा का प्लान बना लिया था। इसके बाद कई दौर की बैठकें हुईं, जिसमें गोपालकृष्ण गांधी और फारूक अब्दुल्ला के नाम की चर्चा हुई, लेकिन दोनों ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया। इसके बाद टीएमसी नेता यशवंत सिन्हा का नाम फाइनल किया गया, जिनका ज्यादातर विपक्षी दलों ने समर्थन किया। इस नामांकन में सोनिया गांधी भी शामिल होतीं, लेकिन स्वास्थ्य खराब होने के चलते सिर्फ राहुल ही पहुंचे। विपक्षी दलों ने टीएमसी नेता को राष्ट्रपति चुनाव का उम्मीदवार घोषित किया है, लेकिन यशवंत के नामांकन में ममता बनर्जी नहीं पहुंचीं। टीएमसी नेताओं के मुताबिक सीएम के राज्य में कई प्रमुख कार्यक्रम थे, जिस वजह से उन्होंने अभिषेक बनर्जी को भेजा था, जो नामांकन में शामिल हुए।