माहौल बिगाड़ने पर आमादा अराजक तत्व

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बिजनौर पहुंची आईबी व एसटीएफ की टीमें
ट्रेन में बम की सूचना देने वाला धरा गया

देहरादून। बात चाहे कावड़ यात्रा के लिए चलाई जाने वाली स्पेशल ट्रेन में बम प्लांट करने की सूचना की हो या फिर मेरठ में कांवड़ खंडित करने की अथवा बिजनौर में तीन दरगाहों में आगजनी और तोड़फोड़ की या फिर सार्वजनिक स्थानों पर नमाज अता करने की हो, देश भर में लगातार जारी इन घटनाओं के माध्यम से कुछ अराजक तत्वों द्वारा माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि बीती रात दिल्ली से चलकर हरिद्वार आ रही कंावड़ यात्रा स्पेशल ट्रेन में बम प्लांट करने की सूचना मेला कंट्रोल रूम को दी गई थी। इस सूचना के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। ट्रेन को खाली कराकर जीआरपी के जवानों ने पूरी ट्रेन को खंगाला लेकिन कोई बम नहीं मिला। फर्जी सूचना देने वाले एक युवक को पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। वहीं बीते कल बिजनौर में दो युवकों द्वारा शेरकोट क्षेत्र में स्थित तीन मजारों में तोड़फोड़ व आगजनी करने पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। भगवा साफा पहने इन भाइयों के नाम कमाल मोहम्मद और आदिल मोहम्मद है जिनकी कुवैत तथा सऊदी अरब यात्रा की जानकारी भी मिली है दोनों भाईयों ने दरगाह भूरे शाह बाबा, जलाल शाह व कुतुब शाह बाबा की मजारों पर तोड़फोड़ की थी व चढ़ाई जाने वाली चादरों को आग लगा दी गई थी। हालांकि प्रशासन ने इन्हें तत्काल गिरफ्तार तो कर ही लिया साथ ही मजारों की मरम्मत का काम भी रातों—रात करा दिया जिससे कोई बलवा न हो। लेकिन मामले की संजीदगी को देखते हुए एटीएस, आईबी और एसटीएफ की टीमें बिजनौर पहुंच गई है तथा इस घटना के पीछे उनका क्या उद्देश्य था? इसका पता लगाने की कोशिश की जा रही है। एडीजी एलओ उत्तर प्रदेश प्रशांत कुमार का कहना है कि ऐसी घटनाओं के पीछे अराजकता फैलाने और अशांति फैलाने की कोशिशें ही है लेकिन क्या इनके तार विदेशों से जुड़े हैं या देश के अंदर ही कुछ ऐसी ताकतें काम कर रही हैं जो माहौल खराब करना चाहती हैं इसका पता लगाया जा रहा है। अभी मेरठ में भी कांवड़ खंडित करने का मामला सामने आया था लेकिन प्रशासन के सूझबूझ से इसे निपटा लिया गया था।
उधर मुरादाबाद के बिलारी क्षेत्र के इब्राहिमपुर गांव में कुछ महिलाएं व मुस्लिम पुरुष रास्ते में चारपाई डालकर बैठ गए और कांवड़ियों का रास्ता बंद कर दिया। मौके पर पहुंचे पुलिस—प्रशासन ने टकराव टालने के लिए कांवड़ियों को दूसरे रास्ते से भेजना पड़ा। लखनऊ से लेकर मेरठ तक मॉल और सार्वजनिक स्थानों पर नमाज पढ़ने की घटनाएं लगातार जारी है जबकि प्रदेश सरकार ने इस तरह सार्वजनिक स्थलों पर प्रार्थना और पूजा करने पर पूर्णतया पाबंदी लगा रखी है। लेकिन अराजक तत्व जानबूझकर ऐसी हरकतों को अंजाम दे रहे हैं जिससे माहौल खराब हो। प्रशांत कुमार का साफ कहना है कि इनसे सख्ती से निपटा जाएगा।

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