खड़गे का बयान असफलताओं की बौखलाहट का प्रतीकः धामी

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राजनीति में बढ़ती असहिष्णुता सोचनीय
जहरीले बयानों पर नहीं लग रही लगाम

देहरादून। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी का जवाब देने के लिए हालांकि भाजपा के केंद्रीय नेताओं की एक पूरी फौज मैदान में उतरी हुई है और वह भी कांग्रेस और सोनिया गांधी पर एक से बढ़कर एक अभद्र टिप्पणी कर रहे हैं लेकिन इस बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी ट्वीट के जरिए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और काग्रेस को जवाब दिया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने ट्वीट में कहा है कि मल्लिकार्जुन खड़गे का बयान कांग्रेस की परिवारवाद और अहंकारी सोच को प्रदर्शित करता है उनका कहना है कि बार—बार की असफलताओं से कांग्रेस के अंदर जो बौखलाहट भर चुकी है यह उसी बौखलाहट का नतीजा है। उल्लेखनीय है कि खड़गे ने कर्नाटक चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संज्ञा जहरीले सांप से की थी। उन्होंने कहा था कि अगर आप इसे चखेंगे तो मर जाएंगे।
हालांकि अपने इस बयान पर खड़गे द्वारा अब यह सफाई दी जा रही है कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से मोदी से या मोदी के बारे में कुछ नहीं कहा है उनका मतलब भाजपा की सोच से था कि भाजपा की सोच जहरीले सांप वाली है जिससे समाज को नुकसान पहुंच रहा है लेकिन अब कोई भी भाजपा नेता खड़गे की बात सुनने या मानने को तैयार नहीं है। भाजपा नेता रविशंकर से लेकर स्मृति ईरानी और अनुराग ठाकुर से लेकर भाजपा के तमाम प्रवक्ता और नेता कांग्रेस और खड़गे के खिलाफ बयान बाजी कर रहे हैं। भाजपा नेताओं का कहना है कि यह कांग्रेस के परिवार और अहंकारी सोच को परिलक्षित करता है। भाजपा नेताओं द्वारा कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के मौत के सौदागर वाले बयान की याद दिलाते हुए कहा जा रहा है कि यह कांग्रेस की पुरानी सोच है। भाजपा नेताओं का कहना है कि देश की जनता ने कांग्रेस को नकार दिया है। जिसकी बौखलाहट को कांग्रेसी नेता पचा नहीं पा रहे हैं। भारतीय राजनीति में भले ही खड़गे का यह बयान कुछ नया न सही इससे पूर्व आय दिन नेताओं द्वारा एक—दूसरे के खिलाफ इस तरह की अभद्र भाषा श्ौली और टिप्पणियां किए जाने का लंबा इतिहास है जिन्हें लेकर कोर्ट कचहरी में अनेक वाद भी दायर होते रहे हैं यह राजनीतिक असहिष्णुता का ही परिणाम है कि वह संवैधानिक मर्यादाओं को तोड़ने से भी नहीं हिचकते हैं।

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