घर पहुंचा शहीद का पार्थिव शरीर, सीएम ने किये श्रद्धा सुमन अर्पित

0
398

नैनीताल। 38 साल पहले शहीद हुए लांसनायक चंद्रशेखर हरबोला का पार्थिव शरीर आज उनके आवास हल्द्वानी लाया गया। जहंा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उन्हे श्रद्धासुमन अर्पित किये वहीं शासन प्रशासन के अधिकारियों व हजारों की संख्या में लोगों द्वारा उन्हे श्रद्धांजलि दी गयी। हालांकि इस दौरान उनके परिवार के सदस्यों को शहीद का चेहरा नहीं देखने दिया गया। जिनका अंतिम संस्कार देर शाम तक पूरे राजकीय सम्मान के साथ रानीबाग स्थित चित्रशाला घाट पर किया जायेगा।
बता दें कि 29 मई 1984 को सियाचिन में ट्टआपे्रशन मेघदूत’ के दौरान लांस नायक चंद्रशेखर हरबोला एवलांच में शहीद हो गये थे जिनका पार्थिव शरीर 38 साल बाद सेना ने खोज निकाला और आज उनके आवास पर सेना जब उनका पार्थिव शरीर लेकर पहुंची तो वहंा मौजूद हजारों की संख्या में लोगो ने पहुंच कर उन्हे श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी उनके आवास पर पहुंच कर उन्हे श्रद्धासुमन अर्पित किये। शहीद की दो पुत्रियां व पत्नी शांतिदेवी है, जिनका इस अवसर पर रो—रो कर बुरा हाल था।
विदित हो कि दुनिया के सबसे दुर्गम युद्धस्थल सियाचिन ग्लेश्यर पर कब्जे की सूचना पर आप्रेशन मेघदूत के तहत श्रीनगर से भारतीय जवानों की कम्पनी पैदल सियाचिन निकली थी। इस लड़ायी में प्रमुख भूमिका 19 कुमांऊ रेजीमेंट ने निभाई थी। चन्द्रशेखर हरबोला 19 कुमांऊ रेजीमेंट ब्रावो कम्पनी में थे और लेफ्टिनेंट पीएस पुंडीर के साथ 16 जवान हल्द्वानी के ही नायाब सूबेदार मोहन सिंह की आगे की पोस्ट पर कब्जा कर चुकी टीम को मजबूती प्रदान करने जा रहे थे। 29 मई 1984 की सुबह चार बजे आये एवलांच यानी हिमस्खलन में पूरी कम्पनी बर्फ के नीचे दब गयी। जिनमेें से अब तक 14 शहीदों के ही पार्थिव शरीर अब तक मिल पाये है। इस लड़ाई में भारतीय सेना ने सियाचिन के ग्योगला ग्लेशियर पर कब्जा किया था।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here