नई दिल्ली। वित्त मंत्रालय ने डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन के प्रॉविजनल आंकड़े जारी किए हैं जिसमें टैक्स कलेक्शन में शानदार तेजी देखी जा रही है। वित्त वर्ष 2022-23 में डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 15.67 लाख करोड़ रुपये पर जा पहुंचा है जो बीते वर्ष के मुकाबले 24.09 फीसदी ज्यादा है। 10 फरवरी 2023 तक के लिए ये डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन के ये आंकड़े हैं। टैक्सपेयर्स को रिफंड जारी किए जाने के बाद डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 12.98 लाख करोड़ रुपये रहा है जो बीते वित्त वर्ष की इसी अवधि के मुकाबले 18.40 फीसदी ज्यादा है। वित्त मंत्रालय ने बताया कि डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन बजट अनुमान का 91.39 फीसदी है तो 2022-23 के रिवाईज्ड एस्टीमेट का 78.65 फीसदी है।
इस अवधि में कॉरपोरेट इनकम टैक्स में 19.33 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है जबकि पर्सनल इनकम टैक्स जिसमें शेयर खरीद फरोख्त पर लगने वाले सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स को मिलाकर उसमें 29.63 फीसदी का उछाल देखने को मिला है। रिफंड को एडजस्ट करने के बाद कॉरपोरेट इनकम टैक्स में 15.84 फीसदी और पर्सनल इनकम टैक्स में 21.93 फीसदी कलेक्शन बढ़ा है। वहीं पर्सनल इनकम टैक्स में सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स को जोड़ दें तो 21.23 फीसदी कलेक्शन बढ़ा है। वित्त मंत्रालय के मुताबिक एक अप्रैल 2022 से 10 फरवरी 2023 के बीच कुल 2.69 लाख करोड़ का रिफंड जारी किया गया है जो बीते वित्त वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 61.58 फीसदी ज्यादा है। सरकार ने वित्त वर्ष में 2022-23 में 14.20 लाख करोड़ रुपये डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन का लक्ष्य रखा था।