शिवाजी महाराज को लेकर दिए गए बयान पर राज्य में बवाल
मुंबई। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के छत्रपति शिवाजी महाराज को लेकर दिए गए बयान पर राज्य में बवाल मचा हुआ है। इस बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट ने भी राज्यपाल के बयान पर नाराजगी जताई है। पार्टी के विधायक संजय गायकवाड मांग की है कि राज्यपाल कोश्यारी को किसी अन्य जगह पर भेजा जाए। दरअसल राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की तुलना छत्रपति शिवाजी से करते हुए कहा था कि छत्रपति शिवाजी महाराज पुराने जमाने के आदर्श हैं। अब नितिन गडकरी आदर्श हैं। राज्यपाल ने औरंगाबाद में आयोजित एक कार्यक्रम में बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और एनसीपी नेता शरद पवार को डी। लिट की डिग्री प्रदान करने के बाद यह टिप्पणी की थी। वहीं राज्यपाल कोश्यारी के इस बयान के बाद नितिन गडकरी ने सोमवार को कहा था, शिवाजी महाराज हमारे भगवान हैं, हम अपने माता-पिता से ज्यादा उन्हें आदर देते हैं।
राज्यपाल कोश्यारी के इस बयान पर सूबे के सियासत में घमासान मच गया। शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट और एनसीपी ने राज्यपाल पर शिवाजी को बीजेपी नेता के साथ जोड़कर महाराष्ट्र को नीचा दिखाने का आरोप लगाया। शिंदे गुट बीजेपी के साथ महाराष्ट्र में गठबंधन सरकार चला रहा है, इसलिए उसके नेताओं ने पहले चुप्पी साधे रखी। बाद में राज्यपाल के बयान के खिलाफ बुलढाणा क्षेत्र से विधायक संजय गायकवाड़ आगे आए।
गायकवाड़ ने कहा कि कोश्यारी मराठा साम्राज्य के संस्थापक को लेकर अतीत में भी विवादित बयान दे चुके हैं। शिवसेना नेता ने कहा कि राज्यपाल को समझना चाहिए कि छत्रपति शिवाजी महाराज के आदर्श कभी पुराने नहीं पड़ते। उनकी तुलना दुनिया के किसी भी महान व्यक्ति से नहीं की जा सकती है। उन्होंने केंद्र सरकार से अनुरोध किया कि एक ऐसा व्यक्ति जिसे राज्य का इतिहास पता न हो उसे राज्यपाल बनाने से कोई फायाद नहीं, ऐसे व्यक्ति को कहीं और भेजा जाए। कोश्यारी के इस बयान की एनसीपी और उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना ने भी कड़ी आलोचना की है।