देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री व महाराष्ट्र के पर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि उनकी कल्पना है कि उत्तराखण्ड हिमाचल की तरह ऊंचा, गंंगा की तरह पावन व आत्मनिर्भर बने।
आज यहां प्रेस क्लब में प्रेस से मिलिये कार्यव्रQम में बोलते हुए भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि वह राजनीति से पृथक रहकर समाज के उत्थान के कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड हिमालय की तरफ ऊंचा, गंगा की तरह पावन व आत्मनिर्भर बने यह उनकी कल्पना व इच्छा है और लोग स्वंय इस दिशा में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह सव्रिQय राजनीति से दूर हो गये हैं लेकिन एक आर्दश उत्तराखण्ड बने इसके लिए वह प्रयास करते रहेंगे। एक सवाल के जवाब ने उन्होंने कहा कि वह भाजपा का सहयोग करते रहें तथा राष्ट्र निर्माण में उनका सहयोग जारी रहेगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के बारे में किये गये सवाल पर कोश्यारी ने कहा कि राजनीति में कोई किसी का शिष्य नहीं होता है तथा मुख्यमंत्री अच्छा काम कर रहे हैं जहां उनके अनुभवों की उनको जरूरत पडेगी वह अपना अनुभव उनके साथ सांझा करेंगे। मुख्यमंत्री पद का आफर आने पर उनकी का प्रतिव्रिQया होगी वाले सवाल पर उन्होंने कहा कि ऐसा कोई आफर उनके पास नहीं आयेगा। उन्होंने कहा कि सीधे रास्तों पर तो हर कोई चल लेता है कभी—कभी टेडे मेडे रास्तों पर चलना चाहिए भ्रष्टाचार को छोडकर। महाराष्ट्र में सावित्री देवी व छत्रपति शिवाजी पर उनके द्वारा की गयी टिप्पणी पर किये गये सवाल पर कोश्यारी ने कहा कि उन्होंने छत्रपति शिवाजी व सावित्री पर कोई गलत टिप्पणी नहीं की थी वह तो गलती करने पर बच्चे से भी माफी मांग लेते हैं लेकिन मीडिया ने अपनी टीआरपी बढाने के लिए उनके बयान को गलत तरीके से परोसा था। उद्धप ठाकरे को संत कहने वाले उनके बयान पर किये गये सवाल पर कोश्यारी ने कहा कि वह सही मायने में संत ही तो हैं अगर वह सज्जन ना होते तो सत्ता और शिव सेना उनके हाथ से छीनती। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि उत्तराखण्ड किसी एक पार्टी व परिवार का नहीं है और जो उत्तराखण्ड के विकास में अच्छा काम करेगा वह उसका सहयोग करेंगे।
हरीश रावत के बारे में पूछे गये सवाल पर कोश्यारी ने चुटकी लेते हुए कहा कि वह (रावत) प्रदेश के लिए कोई अच्छा काम करेंगे तो मैं उनको सहयोग करूंगा लेकिन एक घंटे का मौन वर्त नहीं रखूंगा। इस अवसर पर प्रेस क्लब अध्यक्ष अजय राणा, महामंत्री विकास गंुसाई, वरिष्ठ भाजपा नेता देवेन्द्र भसीन, रविन्द्र जुगरान आदि लोग मौजूद थे।