कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में सड़क पर रोककर एक व्यवसायी को कथित रूप से धमकाने और लूटपाट करने वाले तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। इस घटना के बाद यूपी पुलिस फिर से विपक्ष के निशाने पर आ गई है। तीनों पुलिसकर्मियों ने पीड़ित से 5,03,000 रुपये लूट लिए। घटना कानपुर के सचेंडी इलाके की है। पीड़ित पेशे से व्यवसायी बताई जा रही हैं। जो कानपुर के देहात जिले के रहने वाली है। उनका कथित तौर पर हार्डवेयर का कारोबार है। पीड़ित के आरोपों के अनुसार, जब वह सचेंडी इलाके से गुजर रहे थे तब तीन पुलिसकर्मियों ने रोका और उनकी तलाशी ली। तलाशी के बाद जब उन्हें एकमुश्त रकम बरामद हुई तो उन्होंने पीड़ित को धमकाया और मारपीट शुरू कर दी। पुलिसकर्मियों ने पीड़ित को कहा कि यह पैसा जुए के जरिए हासिल किया गया है। यह कहते हुए उन लोगों ने पूरी रकम छीन ली। इसके अलावा उन्होंने पीड़ित को धमकी भी दी कि अगर उसने इस घटना के बारे में किसी को बताया तो पुलिस उसे गिरफ्तार कर जेल भेज देगी। अगले दिन जब पीड़ित ने घटना की सूचना सचेंडी थाने में दी तो थाना प्रभारी ने मामले की जांच कराई। मामला सही पाए जाने पर वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी गई और कानपुर के पुलिस आयुक्त बीपी जोगदंड ने तीनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर गिरफ्तारी का आदेश दिया। आरोपी उपनिरीक्षक यतीश कुमार, उपनिरीक्षक रोहित कुमार व प्रधान आरक्षक अब्दुल राफे को 24 फरवरी को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया जाएगा। डीसीपी विजय ढुल ने कहा कि मामले का संज्ञान लेते हुए तीनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है, साथ ही मामला दर्ज कर उन्हें हिरासत में लेकर आगे की कार्रवाई की जा रही है।