लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पहली बार खूंखार डकैत को मार गिराने वाली टीम को मुख्यमंत्री की तरफ से प्रशंसा पत्र के साथ नकद पुरस्कार और पिस्टल इनाम में दी गई है। पुलिस मुख्यालय पर आयोजित कार्यक्रम में डीजीपी डीएस चौहान ने 8 सदस्यीय एसटीएफ टीम को यह इनाम दिया है। मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में फैले बुंदेलखंड के बीहड़ों में आतंक का आखिरी पर्याय गौरी यादव को ढेर करने वाली यूपी एसटीएफ की टीम को गणतंत्र दिवस के मौके पर सम्मानित किया गया। मध्य प्रदेश से 50 हजार और उत्तर प्रदेश से 5 लाख के इनामी गौरी यादव को यूपी एसटीएफ की टीम ने 30 अक्टूबर 2021 को चित्रकूट के बहिलपुरवा के जंगलों में मार गिराया था। गौरी यादव पर उत्तर प्रदेश के साथ-साथ मध्य प्रदेश में भी 50 केस दर्ज थे। डीजीपी डीएस चौहान ने एडीजी प्रशांत कुमार और अमिताभ यश के साथ पूरे ऑपरेशन में शामिल सभी 8 सदस्यों को तीन-तीन लाख का नकद पुरस्कार, मुख्यमंत्री का प्रशस्ति पत्र और सभी को एक-एक पिस्टल इनाम में दी गई। डीजीपी डीएस चौहान ने खुद प्रशस्ति पत्र और नकद पुरस्कार के साथ-साथ पुलिस टीम की कमर में पिस्टल लगाकर सम्मानित किया। बता दें कि यह पहली बार है जब पुलिस टीम को किसी ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम देने के बाद प्रशस्ति पत्र, नकद इनाम के साथ-साथ पिस्टल देकर सम्मानित किया गया है।