April 18, 2024देहरादून। मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. वी.बी.आर.सी.पुरुषोत्तम ने गुरुवार को सचिवालय में आवश्यक सेवा से जुड़े समस्त विभागों एवं एजेंसियों के साथ बैठक की। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बैठक में निर्देश दिये कि मतदान के दिन मतदान समाप्ति तक सभी अस्पतालों में मेडिकल स्टाफ की अनिवार्य रूप से उपस्थिति रहे। इसके अतिरित्तQ विघुत एवं पेयजल अपूर्ति से जुड़े संबंधित विभाग सभी मतदान केंद्रों पर व्यवस्था सुनिश्चित करें।मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिये हैं कि मतदान पार्टियों के अपने गंतव्यों तक सुरक्षित वापसी होने तक सभी राजमार्गों, सड़कों, संपर्क मार्गों पर लैंड स्लाइड या अन्य किसी भी बाधा के दृष्टिगत अलर्ट मोड पर रखा जाए।बैठक में अपर निर्वाचन अधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे, संयुत्तQ मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रताप शाह, सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी मस्तू दास समेत समेत विविन्न विभागों एवं केंद्रीय एजेंसियों के अधिकारी उपस्थित रहे।
April 18, 2024पोलिंग पार्टियों रवाना, सुरक्षा व्यवस्था चाक—चौबंद सुबह 7 बजे से डाले जाएंगे वोट सीमाएं सील, वाहनों की चेकिंग जारी देहरादून। लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 102 सीटों के लिए कल होने वाले मतदान की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है इसमें उत्तराखंड की 5 लोकसभा सीटेें भी शामिल है। जिनके लिए कल मतदान होगा, मतदान की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। मतदान के मद्देनजर सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है तथा आने जाने वाले वाहनों की सघन चेकिंग का अभियान चलाया जा रहा है और सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं।उत्तराखंड के सभी जिला मुख्यालयों से आज शाम 4 बजे तक पोलिंग पार्टियों को रवाना कर दिया गया है। बीते दो दिनों से पोलिंग पार्टियों की रवानगी का काम शुरू किया गया। राज्य की पांच लोकसभा सीटों के लिए होने वाले इस चुनाव के लिए कुल 8732 मतदान केंद्र बनाए गए हैं जिनमें 1100 मतदान केंद्र संवेदनशील मतदान केंद्रो के रूप में चिह्नित किए गए हैं। इन सभी पांच सीटों के लिए कुल 63 प्रत्याशियों द्वारा नामांकन पत्र भरा गया जिसमें जांच के दौरान सात नामांकन पत्र रद्द कर दिए गए तथा नाम वापसी के बाद 50 के आसपास प्रत्याशी ही चुनाव मैदान में है। उत्तराखंड से पांच लोकसभा प्रत्याशियों के लिए 80 लाख से अधिक मतदाताओं ने अपने प्रतिनिधि का चुनाव करना है।हर बार की तरह इस बार भी मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच ही होना तय है जबकि कुछ सीटों पर बसपा और निर्दलीय उम्मीदवारों ने मुकाबले को त्रिकोणीय बनाया हुआ है। पिछले दो लोकसभा चुनावों में लगातार 5 सीटों को जीतने वाली भाजपा का उत्साह सातवें आसमान पर है लेकिन फिर भी कई सीटों पर मुकाबला होने की उम्मीद है।चुनाव के मद्देनजर नैनीताल और अल्मोड़ा से लगने वाली नेपाल सीमा को 72 घंटे पहले ही सील कर दिया गया है जबकि आज शाम 5 बजे से राज्य की सभी सीमाओं को सील कर दिया गया। सभी आने—जाने वाले वाहनों की सघन चेकिंग का अभियान चलाया जा रहा है चुनाव के मद्देनजर भारी संख्या में पुलिस अर्ध सैनिक बलों के साथ ही रिजर्व पुलिस फोर्स की तैनाती भी की गई है। मतदान कल सुबह 7 बजे से शुरू होगा लेकिन पोलिंग पार्टियंा इसका ट्रायल सुबह 6 बजे करेगी। जिससे कि मतदान शुरू होने पर किसी तरह की कोई दिक्कत सामने न आए। पुलिस प्रशासन और निर्वाचन अधिकारियों ने राज्य में शांतिपूर्ण व निष्पक्ष चुनाव को लेकर अपनी प्रतिबद्धता जताई गई है।
April 18, 2024नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में नक्सली मुठभेड़ पर सवाल उठाकर कांग्रेस फंसती नज़र आ रही है। पहले पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने सवाल खड़ा करके फर्जी मुठभेड़ करार दिया था, तो कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने दो कदम आगे बढ़कर मुठभेड़ में मारे गये नक्सलियों को शहीद बता दिया । अब राज्य की सत्तारूढ़ भाजपा ने कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत के खिलाफ ‘गेट आउट सुप्रिया’ लिखकर पलटवार किया है। ज्ञात हो कि बस्तर लोकसभा क्षेत्र में चुनाव के दो दिन पूर्व सुरक्षा बलों ने 29 से अधिक नक्सलियों को मार गिराया है। छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा है कि, कांग्रेस नेता राज बब्बर ने भी नक्सलियों को लेकर कुछ ऐसा ही बयान दिया था। पूर्व सीएम भूपेश बघेल भी कांकेर एनकाउंटर को फर्जी बता रहे हैं। नक्सली प्रेस नोट जारी करके मौत की बात मान रहे हैं, फिर भी कांग्रेस इसे फर्जी एनकाउंटर बता रही है, यह कांग्रेस की पुरानी नीति है।बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने निशाना साधते हिए कहा- ‘छत्तीसगढ़ में हमारे सुरक्षाबलों ने 29 नक्सली, जिनमें 2 तो 25–25 लाख के इनामी थे. उनको मार गिराया। कांग्रेस की प्रवक्ता इन नक्सलियों को शहीद बता रही हैं। इसी को मानसिक और नैतिक दिवालियापन कहते हैं। कांग्रेस को शर्म आनी चाहिए।
April 18, 2024नैनीताल। उत्तराखण्ड में मानव वन्य जीव संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीती रात भी रामनगर क्षेत्र के बासीटीला गांव में खेत में चौकीदारी के लिए गए एक युवक को बाघ ने हमला कर मार डाला। बताया जा रहा है कि बाघ युवक के शव को घसीटकर करीब सौ मीटर तक ले गया। घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों को पुलिस ने समझाने का प्रयास किया। लेकिन ग्रामीण बाघ को पकड़ने व वन विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े रहे।जानकारी के अनुसार रामनगर के लालपुर बासीटीला गांव निवासी प्रमोद तिवारी उर्फ पप्पू (42) पुत्र मनीष तिवारी बीती शाम को अपने खेत पर गए थे। इस बीच उन पर बाघ ने हमला कर दिया। बाघ उसे घसीटकर करीब सौ मीटर दूर तक ले गया। काफी देर तक घर नहीं पहुंचने पर परिजनों ने पप्पू के मोबाइल पर काल की तो रिसीव नहीं हुई। घबराए परिजन उन्हें ढूंढने के लिए खेत पर गए तो घटना की जानकारी हुई। इसके बाद परिजनों व ग्रामीणों ने शोर मचाया तो बाघ ने शव को छोड़ गया। सूचना पर कार्बेट के उपनिदेशक दिगंथ नायक, पार्क वार्डन अमित ग्वासाकोटी, रेंजर भानु प्रकाश हर्बाेला व रामनगर पुलिस भी घटना स्थल पर पहुंची। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने खरीखोटी सुनाते हुए बाघ के हमले पर नाराजगी जताई।ग्रामीणों का कहना है कि बाघ के गांव में आने से उनका खेतों में काम करना मुश्किल हो रहा है। ग्रामीणों में डर का माहौल बना हुआ है। लगातार बाघ के हमले हो रहे हैं। पुलिस ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। सूचना पर उपज्येष्ठ प्रमुख संजय नेगी ने भी घटना स्थल पर पहुंचकर बाघ को पकडने की मांग की। ग्रामीणों का कहना था उचित आश्वासन नहीं मिलने तक शव को नहीं उठने दिया जाएगा।बासीटीला में बाघ की हमले की घटना से गांव में असुरक्षा का माहौल बना हुआ है। मृतक प्रमोद खेतीबाड़ी से जुड़े हुए थे। मृतक के दो बच्चे हैं। पप्पू तिवारी की मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया। मृतक की मां, पत्नी व बच्चों को बिलखता देख हर किसी की आंख नम हो गई।
April 18, 2024सात चरण में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए कल पहले चरण के मतदान से पूर्व आज देश की सुप्रीम कोर्ट में ईवीएम पर उठने वाले सवालों को लेकर आज क्या फैसला लिया जाता है इस पर सभी की नजरें लगी हुई है। वही इंडिया गठबंधन या यूं कहें कि कांग्रेस द्वारा जारी किए गए अपने उस घोषणा पत्र जिसमें उसने पांच न्याय और 25 गारंटी दी है, उस पर भी चुनाव आयोग क्या फैसला देता है इसे लेकर भी भाजपा नेता उत्सुकता के साथ इंतजार कर रहे हैं। कांग्रेस के इस न्याय पत्र पर बैन लगाने की मांग को लेकर भाजपा ने चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया है। हालांकि कांग्रेस द्वारा अपना यह न्याय पत्र भाजपा के मोदी की गारंटी नाम से आए चुनावी घोषणा पत्र से कई दिन पूर्व जारी कर दिया गया था लेकिन भाजपा ने तब इसे सिर्फ यह कहकर खारिज कर दिया था कि कांग्रेस को पता है कि उसे चुनाव जीतना तो है नहीं इसलिए कुछ भी वायदे कर दो इसमें खर्च क्या होना है। वहीं भाजपा नेताओं का यह भी कहना था कि इसमें जो वायदे किए गए हैं वह इतने बड़े—बड़े वायदे हैं कि इन्हें पूरा किया जाना संभव नहीं है। लेकिन अब कांग्रेस द्वारा 17 भाषाओं में छपवाये गये इस घोषणा पत्र या गारंटी पत्र को घर—घर पहुंचाने का काम शुरू कर दिया है तो भाजपा नेता अब इस पर बैन लगाने की मांग लेकर चुनाव आयोग पहुंच गए हैं। भाजपा नेताओं का कहना है कांग्रेस का यह गारंटी कार्ड मतदाताओं को घूस देने की खुली घोषणा करता है जिससे चुनाव प्रभावित हो सकता है इसलिए इस पर तत्काल बैन लगाया जाए। चुनाव आयोग जिस पर विपक्ष पहले ही समान प्लेग्राउंड उपलब्ध न कराने का आरोप लगाता रहा है, इस पर क्या फैसला लेता है यह चुनाव आयोग पर निर्भर करेगा। भाजपा के इस कदम को लेकर कांग्रेस का जरूर यह कहना है कि भाजपा को हार का डर सता रहा है इसलिए वह कांग्रेस के गारंटी पत्र पर बैन लगाने की मांग कर रहे है। भाजपा शायद पहले यह मान रही थी कि आम जनता को सिर्फ मोदी की गारंटीयों पर ही विश्वास है इसलिए कांग्रेस के गारंटी पत्र की कोई अहमियत नहीं है लेकिन शायद अब भाजपा को यह लगने लगा है कि कांग्रेस का यह गारंटी पत्र मतदाताओं को लुभाने का काम कर सकता है। जहां तक ईवीएम की बात है तो यह मसला उस पर्ची के साथ वोटो के मिलान करने से जुड़ा है जो हर वोट के साथ निकलती है लेकिन मतदाता को यह पता नहीं चलता कि उसका वोट उसी प्रत्याशी व पार्टी को गया है या नहीं जिसे उसने वोट किया है। विपक्षी दल चाहते हैं कि 100 फीसदी पर्चियाें का मशीन के साथ मिलान होना चाहिए। इस मुद्दे पर आज क्या सुप्रीम कोर्ट कोई फैसला करेगा ऐसी स्थिति में जब मतदान में एक दिन ही शेष बचा है। जहां तक कांग्रेस के न्याय पत्र या घोषणा पत्र पर बैन लगाने की बात है अगर निर्वाचन आयोग इस पर बैन लगाता है तो यह देश के इतिहास में पहली मर्तबा ऐसा होगा। इससे पहले किसी भी दल के घोषणा पत्र पर बैन नहीं लगाया गया है। वैसे भी चुनावी घोषणा पत्रों की कोई संवैधानिक मान्यता तो होती नहीं है न ही इसमें किए गए वादों को पूरा करने के लिए कोई दल बाध्य होता है। तब फिर यह समझ से परे है कि भाजपा को कांग्रेस के इस न्याय पत्र से परेशानी क्यों है वह भी अपने गारंटी पत्र में लिखने के लिए स्वतंत्र थी।
April 18, 2024देहरादून। पर्यटन विभाग की ओर से जारी सूचना के अनुसार बुधवार को चारधाम यात्रा पंजीकरण का आंकड़ा 7,71,579 पर पहुंच गया है। जिसको लेकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस बार की चारधाम यात्रा में श्रद्धालुुओं की संख्या में इजाफा हो सकता है।प्रदेश में चारधाम यात्रा को लेकर पंजीकरण ने रफ्तार पकड़ ली है। तीसरे ही दिन पंजीकरण का आंकड़ा आठ लाख के करीब पहुंच गया। पिछले 24 घंटे के भीतर करीब तीन लाख श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया है।पर्यटन विभाग की ओर से जारी सूचना के अनुसार बुधवार को चारधाम यात्रा पंजीकरण का आंकड़ा 7,71,579 पर पहुंच गया। यमुनोत्री के लिए अब तक 1,42,311, गंगोत्री के लिए 1,44,926, केदारनाथ के लिए 2,54,807, बदरीनाथ के लिए 2,19,987 और हेमकुंड साहिब के लिए 9,548 पंजीकरण हुए हैं। बुधवार को चारधाम यात्रा के लिए 24 घंटे के भीतर 2,89,348 पंजीकरण दर्ज किए गए। वेबसाइट के माध्यम से अब तक छह लाख 820 पंजीकरण, मोबाइल एप के माध्यम से 93,733 और वॉट्सएप के माध्यम से 77,026 पंजीकरण दर्ज किए गए हैं।10 मई को अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री व यमुनोत्री के कपाट खुलेंगे। इसी दिन केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय होगी, जबकि 12 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे।