एसटीएफ को 15 अगस्त पर विशिष्ट कार्य पदक की संस्तुति की गयी
देहरादून। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के परीक्षा पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने अभी तक अपर नीजि सचिव सहित 15 लोगों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 83 लाख रूपये बरामद कर लिये हैं। इस जांच के लिए एसटीएफ को 15 अगस्त पर विशिष्ट कार्य के लिए पदक की संस्तुति की जा रही है।
आज यहां पुलिस मुख्यालय में पत्रकारों को इसकी जानकारी देते हुए डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आदेश पर रायपुर थाने में पेपर लीक का मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच एसटीएफ को सौंप दी गयी थी। उन्होंने बताया कि उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षा चार दिसम्बर व पांच दिसम्बर 2021 को तीन पालियों में आयोजित की गयी थी जिसमें करीब 160000 अभ्यार्थियों ने परीक्षा दी एवं 916 अभ्यार्थी चयनित हुए थे। उन्होंने बताया कि एसटीएफ ने जांच करते हुए अभिषेक वर्मा निवासी सीतापुर वह प्रिन्टिग प्रेस का कर्मचारी था तथा उसी ने प्रेस से पेपर चुराया था। परीक्षा से 4—5 दिन पहले प्रश्नपत्र के तीन पालियों के सैट विभिन्न माध्यमों से जयजीत दास के पास भेजा। जयजीत दास ने यक प्रश्न पत्र पीआरडी मनोज जोशी एवं दीपक चौहान संविदा कर्मी को दिया। इसी तरह से पीआरडी मनोज जोशी ने कनिष्ठ सहायक मनोज जोशी, गौरव नेगी ने यह प्रश्नपत्र रामनगर में एक रिसोर्ट एवं काशीपुर में एक वैंकट हॉल व घर में सॉल्व कराया। मनोज जोशी कनिष्ठ सहायक ने ही कुलवीर व शूरवीर चौहान के साथ मिलकर कुछ अन्य अभ्यार्थियों को यह प्रश्न पत्र उपलब्ध कराया। हिमांशु काण्डपाल ने महेन्द्र चौहान, दीपक शर्मा, अमरीष कुमार के साथ मिलकर कुछ अन्य अभ्यार्थियो को उपलब्ध कराया। इसी तरह अभी तक इस मामले में 15 लोगों की संलिप्ता सामने आयी है। जिसमें गत दिवस सचिवालय में तैनात अपर निजी सचिव गौरव चौहान को गिरफ्तार किया गया। अभी तक 15 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है तथा उनके कब्जे से 83 लाख रूपये बरामद किये गये। उन्होंने बताया कि इस पूरे मामले में निष्पक्ष कार्यवाही करने पर डीजीपी के द्वारा 15 अगस्त को एसटीएफ टीम को विशिष्ट कार्य के लिए पदक की संस्तुति की जा रही है।