श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में एक चौंकाने वाला घटनाक्रम सामने आया है, जम्मू-कश्मीर पुलिस के उपाधीक्षक (डीएसपी) शेख आदिल मुश्ताक को आतंकवाद के एक आरोपी से रिश्तों का आरोप लगा है। आरोप है कि शेख आदिल मुश्ताक ने आतंकवाद के आरोपी की गिरफ्तारी से बचने में मदद की थी। इस मामले की जांच कर रहे एक पुलिस अधिकारी को ही फंसाने की कोशिश की थी। गुरुवार को शेख आदिल के घर जब पुलिस पहुंची तो वह कूदकर भागने लगे, लेकिन दबोच लिया गया।एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने खुलासा किया कि आदिल मुश्ताक और आरोपी ने टेलीग्राम ऐप के माध्यम से बातचीत और कॉल का आदान-प्रदान किया। जांच की निगरानी कर रहे एक अधिकारी ने कहा, “आतंकवादी आरोपी और उपाधीक्षक के बीच कम से कम 40 कॉल हुई हैं। वह उसे गिरफ्तारी से बचने और कानूनी सहायता प्राप्त करने के बारे में मार्गदर्शन दे रहा था। यह सामने आया है कि आदिल मुश्ताक ने अपनी कथित संलिप्तता में आतंकवादी संदिग्ध से 5 लाख स्वीकार किए थे।
फरवरी में, श्रीनगर पुलिस ने लश्कर के तीन आतंकियों को हिरासत में लिया और उनके पास से 31 लाख नकद जब्त किए। इन गिरफ़्तारियों के कारण मुज़म्मिल ज़हूर का पीछा किया गया, जो आदिल मुश्ताक की कथित सहायता से कानून से बच निकला। शेख आदिल ने आतंकवादी को यह भी समझाया था कि वह कैसे कानून के शिकंजे से बच सकता है।
डीएसपी के खिलाफ कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है। उसके खिलाफ तकनीकी सबूत मिले हैं और पैसों के लेनदेन की बात भी पता चली है। अधिकारी ने कहा, ‘इस बात के पुख्ता सबूत हैं कैसे आदिल शेख ने आतंकवादी की मदद की।