काबुल। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद अब्दुल गनी सरकार में टाप पुलिस अधिकारी रही गुल अफरोज अब अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर न सिर्फ तमाम विश्व राष्ट्रों से गुहार लगा रही है बल्कि भागने पर मजबूर है।
कल तक जिस महिला अफसर गुल अफरोज के डर से अपराधी थरथर कांपते थे वह आज तालिबान के डर से खुद कांप रही है। उन्होंने न सिर्फ अमेरिका बल्कि रूस की एम्बेसी से अपनी सुरक्षा और पनाह देने की गुहार लगाई है जिसे सभी ने अनसुना कर दिया है। वह अब अपने ही देश में जान बचाने के लिए इधर—उधर भागती फिर रही है।
तालिबान ने उन्हें नोटिस देकर कहा है कि पुलिस महिलाओं के लिए नहीं है इसलिए वह नौकरी छोड़ दें। लेकिन अफरोज ने इसे अनसुना कर दिया है अब तालिबानी उनके पीछे पड़े हैं। अफरोज अब्दुल गनी सरकार में गृह मंत्रालय के आपराधिक मामलों की जांच विभाग की डिप्टी चीफ थी और अफगानिस्तान की महिलाएं उन्हें अपने आदर्श के तौर पर मानती हैं।