बैंक से ऋण लेने के चक्कर में गंवाई जमापंूजी
देहरादून। एमएसएमई के तहत स्वरोजगार के लिए ऋण लेने के फेर में नैनीताल बेतालघाट निवासी एक युवा इस कदर प्रताड़ित हो गया कि उसे राजधानी में आकर धरना देने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। बैंक से ऋण लेने के चक्कर में यह युवक अपनी जमापूंजी भी गंवा बैठा है।
दून में गांधी पार्क के समक्ष जोशीखोल, डाबरबाड़ी बेतालघाट नैनीताल निवासी हेम चंद्र तिवारी विगत 23 अक्टूबर से धरने पर बैठे हुए हैं। तिवारी का कहना है कि उनका उघोग एमएसएमई में वर्ष 2018 से पंजीकृत है। उन्होंने होम प्रोडक्ट की फैक्ट्री के लिए बैंक में ऋण के लिए आवेदन किया था। ऋण स्वीकृति की उम्मीद में उन्होंने अपने सगे—संबंधियों से उधार लेकर 17 लाख रूपये फैक्ट्री स्थापित करने में लगा दिया लेकिन डेेढ़ वर्ष तक बैंक द्वारा उनका ऋण स्वीकृत नहीं किया गया। डेढ़ वर्ष बाद बैंक मैनेजर द्वारा उनसे कहा गया कि ऋण स्वीकृत नहीं हो सकता।
तिवारी का कहना है कि वे तब तक लाखों रूपये फैक्ट्री में लगा चुके थे और उन पर काफी कर्जा भी हो गया था लेकिन बैंक द्वारा ऋण देने से इंकार करने पर वे आर्थिक संकट में फंस गये। ऋण नहीं दिए जाने का कारण पूछने पर कोई जवाब नहीं दिया गया और उल्टा उनको ही प्रताड़ित किया गया। इस संबंध में उन्होंने एमएसएमई के माध्यम से उघोग नीति से प्रभावित हो कर उन्होंने ऋण के लिए आवेदन किया था और इतनी बड़ी धनराशि अपने उघोग में लगा भी लेकिन उनको साथ बैंक द्वारा धोखा दिया गया। न तो उन्हें दूसरे बैंक में ऋण के लिए आवेदन करने दिया गया। तिवारी का कहना है कि इस संबंध में उन्होंने सीएम पुष्कर सिंह धामी से भी मुलाकात की और सीएम ने नैनीताल डीएम को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश भी दिए लेकिन उसके बावजूद कोई कार्यवाही आज तक नहीं हुई।
तिवारी का कहना है कि इस मामले में कार्यवाही करते हुए उन्हें बैंक से ऋण दिलाया जाए जिससे कि वे आर्थिक संकट से उबर सकें और स्वरेाजगार के काम को फिर से शुरू कर सकें। उनकी फैक्ट्री बंद होने से उनके साथ काम करने वाले कई लोग भी बेरेाजगार हो गये हैं। कहा कि इससे बेहतर तो वे नौकरी में थे। तिवारी का कहना है कि ऊपर से लेकर नीचे तक पूरे सिस्टम के हालात ही खराब हैं। युवाओं को स्वरोजगार के नाम पर गुमराह किया जा रहा है और सब्सिडी के खेल में ऋण के नाम पर युवाओं को उलझाया जा रहा है। तिवारी ने कहा कि उनकी मांग है कि उनके द्वारा ऋण के लिए जो आवेदन किया गया था उस पर तत्काल स्वीकृति दी जाए।
मीडिया कर्मियों का जताया आभार
देहरादून। गांधी पार्क के बाहर धरने पर बैठे हेम चंद्र तिवारी का कहना है कि वे इतने दिनों से यहां धरना दे रहे हैं। उनके पास रहने, खाने की कोई व्यवस्था नहीं है लेकिन कुछ मीडिया कर्मियों द्वारा उनकी हालत देख कर उनकी मदद की गई। जिससे उनको इस ठंड से बचने के लिए रजाई आदि सामान दिया गया है। कहा कि अब तक भाजप और कांग्रेस के किसी भी नेता ने उनकी सुध नहीं ली जबकि आप पार्टी की नेता द्वारा उनको काफी हद तक मदद की गई है।