ओमीक्रोनः खतरे की घंटी

0
402

कोरोना के नए वैरीयंट ओमीक्रोन को लेकर यूं तो विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बहुत पहले ही विश्व के सभी देशों को आगाह कर दिया गया था लेकिन अब जिस तेजी से इस नए वैरीयंट का विस्तार हो रहा है उससे अमेरिका, रूस, ब्रिटेन सहित तमाम देशों की चिंताएं बढ़ गई हैं इस नए वेरियंट की रफ्तार इतनी अधिक तेज है कि इससे निपट पाना किसी भी देश के लिए बड़ी चुनौती बन चुका है। दक्षिण अफ्रीका से शुरू होने वाले इस नए खतरे ने अब तक भारत सहित तमाम कई देशों को अपनी चपेट में ले लिया है। ब्रिटेन में इस वेरियंट ने जिस तेजी से पैर पसारे हैं उसे लेकर हर एक देश चिंतित है। एक दिन में यहां एक लाख से भी अधिक लोगों के संक्रमित होने की खबर यह बताती है कि अगर भारत की आबादी के हिसाब से इसकी रफ्तार देखी जाए तो भारत में यहां 14—15 लाख नये मरीज हर रोज तक यह आंकड़ा पहुंच सकता है। जबकि दूसरी लहर के दौरान भारत में चार लाख के करीब यह आंकड़ा पहुंचा था। जो भयभीत करने वाला है। दूसरी अहम बात यह है कि इस नए वैरीयंट का प्रभाव बच्चों में भी देखा जा रहा है, अभी एक सात साल के बच्चे में इस नए वेरियंट की पुष्टि के बाद मुंबई में 8 से 14 साल के बीच के 20 बच्चों में ओमीक्रोन की पुष्टि होने से हड़कंप मचा हुआ है। बच्चों के लिए टीके पर अभी भी कोई फैसला नहीं हुआ है भले ही डब्ल्यूएचओ ने बच्चों के टीके के परीक्षण की मंजूरी दे दी है लेकिन टीका बनने और लगने में अभी काफी समय लग सकता है। एक अन्य गंभीर और चिंताजनक बात यह है कि भारत की अभी सिर्फ 50—55 फीसदी आबादी को ही कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराक दी जा सकी है। कहा जा रहा है कि जिन्हें दोनों टीके लग चुके हैं उन्हें अगर ओमीक्रोन अपनी चपेट में लेता भी है तो भी इससे उनकी जान को कोई खतरा नहीं होगा। लेकिन जिन्होंने अब तक टीका नहीं लगवाया है उनके लिए खतरा अधिक है। ऐसी स्थिति में वैक्सीनेशन की सुस्त पड़ी रफ्तार को बढ़ाए जाने की जरूरत है देश के कुछ राज्यों में तो अब यह सुविधा भी दी जा रही है कि वैक्सीन लगवाने के लिए फोन करने पर स्वास्थ्य कर्मियों की टीम घर जाकर भी टीका लगाने का काम कर रही है। देश में अभी ओमीक्रोन का पहला केस मिले बहुत दिन नहीं हुए हैं लेकिन ओमीक्रोन के मरीजों की संख्या सवा सौ के पार जा चुकी है। जिस रफ्तार से ओमीक्रोन के मामले बढ़ रहे हैं यह अत्यंत ही चिंताजनक है। देश की राजधानी दिल्ली सहित एक दर्जन से अधिक राज्यों में ओमीक्रोन के मामले सामने आ चुके हैं। केंद्र सरकार भी इसे लेकर चिंता जता चुकी है जैसे—तैसे दूसरी लहर के बाद स्थिति में थोड़ा सुधार आया था लेकिन ओमीक्रोन ने एक बार फिर खतरे की घंटी बजा दी है जिससे सतर्क रहने की जरूरत है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here