नगेला जगदी नरसिंह नागराजा देव डोलियों के साथ निकाली कलश यात्रा

0
243


रुद्रप्रयाग । आज पाला कुराली लस्या रुद्रप्रयाग में राणा परिवार के द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के प्रथम दिन पाला कुराली ग्रामवासियों ने बड़े हर्षउल्लास के साथ निकाली भागवत जी की शोभायात्रा। इस अवसर पर पूरा वातावरण राममय बना रहा। भागवत कथा में राममय वातावरण बना हुआ है।
प्रसिद्ध कथावाचक ज्योतिष्पीठ व्यास आचार्य शिव प्रसाद ममगाईं ने कहा कि राममय होना भी आवश्यक है क्योंकि राम जन्म भूमि के आंदोलन में 30 साल पहले विवेकहीन व बड़ी बर्बरता से राम नाम लेने वालों को तत्कालीक सरकार ने क्रूरता का व्यवहार किया इसलिए हमारे आने वाली पीढ़ी को सजग करने के लिए इस प्रकार के धार्मिक अनुष्ठान की आवश्यकता है। हमारे कथावाचकों को अधिक से अधिक संस्कार धर्म राष्ट्र बड़ों का आदर समानता से प्रीती करने का आग्रह करता हूं। जीवन जीना सजगता के साथ धर्म आस्था विश्वास आदर इन आदर्शों को साथ लेकर जो चले वही जीता है। जो छोड़े वह जीते हुए भी जीवित नही है। अन्य धर्मों में पिता और भाई को मारने से भाई की हिंसा करने से सत्तासीन होने की क्रूरता है जबकि हमारे यहाँ पिता की आज्ञा व मां की मन की प्रसन्नता के लिए श्रीराम को 14 वर्षों तक वनवास में रहने की स्वीकृति न्याय अन्याय की चर्चा न करते हुए वनों के कष्ठ को झेलने की परम्परा व रामजी के खड़ाऊ को सिरपर रखते हुए प्रेम व भाईचारे की परम्परा हम भारतीयों की रही। अच्छे लोग व अच्छाई करने वालों से जुड़ना भी भक्ति कहलाती है। कर्तव्य बोध का ध्यान कर परिश्रम, मेहनत से कार्य करना जीवन के प्रत्येक क्षण का सद्पयोग करना वैराग्य है। जो माता पिता की न सुने व्यस्नों को बढ़ावा दे वह धुंधकारी है। अपना व अपनाें सहित आगे बढ़ने का भाव रखने वाला गौकर्ण कहलाता है।
इस अवसर पर विशेष रूप से कृपाल सिंह राणा, किशोर सिंह राणा, डॉक्टर गुलाब सिंह राणा, दिनेश राणा, सुमेर सिंह राणा, आचार्य भानु प्रसाद ममगाईं, आचार्य संदीप बहुगुणा, आचार्य अंकित केमनी, पुष्कर राणा, सेमर सिंह राणा, अनुराग राणा, सते सिंह राणा, महावीर सिंह राणा, किशन सिंह राणा, इंदर सिंह राणा, दिगम्बर राणा, ग्राम प्रधान कमला देवी, सुभाष राणा, वचन सिंह राणा, किशन सिंह राणा, कपूर सिंह राणा, धीरज सिंह कैंतुरा, श्रीमती सुभागा देवी राणा, रोशनी राणा, आचार्य विजेंदर ममगाईं, आचार्य सुनील शुक्ला, रजनी राणा, सीमा राणा, सावित्री देवी राणा, पूर्णि देवी, क्वांरी देवी, समुद्रा देवी, सुशीला देवी, गंगी देवी, खुशी राणा, अशोक राणा, आयुष राणा, आर्यन राणा, अक्षित आचार्य, अंकित ममगाईं, बाघा साह, धर्मा साह आदि भक्त गण उपस्थित रहे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here