क्या भाजपा अपने फैसले से फिर सबको चौंकाएगी

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राज्य में पहली महिला सीएम बनाएगी!
रितु खंडूरी दौड़ में सबसे आगे
रेखा आर्य भी कर रही है दावेदारी
महिला वोटरों से मिली बड़ी जीत

देहरादून। उत्तराखंड का नया मुख्यमंत्री कौन होगा? इस सवाल पर अभी संशय की स्थिति बनी हुई है। दिल्ली में बैठकों का दौर जारी है। सूबे के तमाम नेता केंद्रीय नेताओं से मिल रहे हैं लेकिन हाईकमान ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। राजनीतिक हलकों में चर्चा यह भी है कि भाजपा हाईकमान अपने फैसले से एक बार फिर सबको चौंका सकता हैं। राज्य में इस बार भाजपा को जो बड़ी जीत मिली है उसकी पटकथा राज्य की महिला मतदाताओं द्वारा लिखी गई है। इस आधी आबादी के मतों पर अपनी मजबूत पकड़ बनाएं रखने की रणनीति के तहत भाजपा किसी महिला को भी राज्य की मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठा सकती है। कोटद्वार विधायक रितु खंडूरी को इसके लिए सबसे उपयुक्त चेहरा माना जा रहा है जबकि रेखा आर्य भी इस दौड़ में शामिल है।
उल्लेखनीय है कि सीएम धामी के चुनाव हार जाने के कारण नए सीएम को लेकर दिल्ली में कवायद जारी है। खास बात यह है कि इस रेस में शामिल विधायकों की एक लंबी कतार हो चली है। रेखा आर्य जो इन दिनों खुद भी दिल्ली में है उनका कहना है कि सभी जीते हुए 47 विधायक सीएम पद के दावेदार हैं, वह खुद भी है। सभी की आगे बढ़ने के लिए अपनी महत्वकांक्षाएं होती हैं मेरी भी हैं। मैं भी दो बार की विधायक और मंत्री हूं मेरा भी लंबा राजनीतिक अनुभव है। उधर रितु खंडूरी का नाम भी मुख्यमंत्री पद के लिए जीत के समय से शामिल है। भाजपा महिला मोर्चा ने अभी रितु खंडूरी को मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग की थी। 2017 के चुनाव में रितु खंडूरी विधायक चुनी गई थी इस बार भाजपा ने उनका विधानसभा क्षेत्र बदलकर उन्हें कोटद्वार से अपना प्रत्याशी बनाया था। सीट बदले जाने के बावजूद भी उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी सुरेंद्र सिंह नेगी को साढ़े तीन हजार से अधिक मतों से हराया है। यह वही सुरेंद्र सिंह नेगी है जिन्होंने रितु खंडूरी के पिता बीसी खंडूरी को सीएम रहते हुए भी हरा दिया था। रितु खंडूरी भी इन दिनों दिल्ली में है। भाजपा पूर्व सीएम बीसी खंडूरी की साफ—सुथरी छवि का लाभ भी उन्हें दे सकती है। रेखा आर्य भले ही आज भाजपा का हिस्सा है, लेकिन वह कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आई है।
हालांकि भाजपा अपने चौंकाने वाले फैसलों के लिए जानी जाती है उसने भले ही अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं लेकिन चर्चा यह भी है कि आंतरिक तौर पर नए सीएम का नाम तय हो चुका है लेकिन इसकी जानकारी विधायक दल की बैठक में ही हो सकेगी। सीएम धामी भी आज केंद्रीय नेताओं से मिलकर देहरादून लौट आए हैं। अब सभी की नजरें हाईकमान के फैसले पर टिकी है।

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