कोलकाता। रेमल चक्रवात के बंगाल की खाड़ी के बाद पश्चिम बंगाल के कई जिलों और हिस्सों तक पहुंचा। इसके आने से राज्य में 3 लोग बुरी तरह घायल हुए और इसके कारण ट्राफिक मूवमेंट भी थम गई। साथ ही कोलकाता में कई जगह पेड़ों के गिरने से सड़कें भी जाम हो गईं और कई जगह इसका प्रभाव दिखा। कोलकाता में लगभग 68 पेड़ और पास के साल्ट लेक और राजारहाट क्षेत्र में 75 जगह अन्य पेड़ उखड़ने की खबर सामने आई गए। दक्षिणी एवेन्यू, लेक प्लेस, चेतला, डीएल खान रोड, डफरिन रोड, बालीगंज रोड, न्यू अलीपुर, बेहाला, जादवपुर, गोलपार्क, हतीबागान, जगत मुखर्जी पार्क और कॉलेज स्ट्रीट के साथ-साथ शहर के आसपास से पेड़ों के उखड़ने की खबरें आई हैं।
कई जगह पानी भरने से ट्राफिक के रूट को भी बदलना पड़ा, जिसमें दक्षिणी एवेन्यू, लेक व्यू रोड, प्राताड़तिया रोड, टॉलीगंज फ़ारी, अलीपुर और सेंट्रल एवेन्यू शामिल हैं। पार्क स्ट्रीट और एस्प्लेनेड स्टेशनों पर पटरियों पर पानी भर जाने के कारण गिरीश पार्क और महानायक उत्तम कुमार स्टेशनों के बीच कोलकाता मेट्रो सेवाएं बाधित हो गई। हालांकि, मेट्रो सेवाएं दक्षिणेश्वर से गिरीश पार्क तक और कबी सुभाष से महानायक उत्तम कुमार तक सामान्य रूप से चलती रहती हैं। यहां तक कि, पूर्वी रेलवे के अंतर्गत आने वाले सियालदह दक्षिण सेक्शन में सुबह 9 बजे से ट्रेनों की आवाजाही शुरू हुई। चक्रवात के कारण लगभग 21 घंटे तक निलंबित रहने के बाद कोलकाता हवाई अड्डे पर उड़ान सेवाएं भी सोमवार सुबह फिर से शुरू हो गई। भारतीय हवाईअड्डा प्राधिकरण (एएआई) के एक अधिकारी के अनुसार, इंडिगो की कोलकाता-पोर्ट ब्लेयर की उड़ान सुबह 08:59 बजे प्रस्थान करने वाला पहला विमान था, जबकि कोलकाता में उतरने वाला पहला विमान सुबह 09:50 बजे गुवाहाटी से स्पाइसजेट की उड़ान रही। कोलकाता से आखिरी फ्लाइट रविवार को दोपहर 12:16 बजे रवाना हुई। आईएमडी ने भविष्यवाणी की है कि अभी दीघा, काकद्वीप और जयनगर में तेज हवा और मूसलाधार बारिश होने का अनुमान लगाया है। आईएमडी पूर्वी क्षेत्र हेड सोमनाथ दत्ता ने कहा, दक्षिणी बंगाल जिले में भी इस तरह का लोग अनुभव कर सकते हैं।