पहाड़ पर बादल फाड़ तबाही

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  • चमोली और रुद्रप्रयाग में बादल फटा, भारी नुकसान

चार धाम यात्रा को 2 दिन के लिए रोका गया, स्कूल बंद
दर्जनों घर बहे, वाहन मलबे में दबे

देहरादून। बीती रात से उत्तराखंड में बादलों से हुई आफत की बरसात नें भारी तबाही मचाई है। चमोली तथा रुद्रप्रयाग में कई जगह बादल फटने से भारी नुकसान की खबरें हैं। वहीं राज्य में हो रही भारी बारिश के कारण नदियों नालों में आए उफान से निचले इलाको में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। कई पुल टूट चुके हैं तथा दर्जनों घर पानी के तेज बहाव में बह गए हैं। हरिद्वार में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा गहरा गया है। राज्य में हो रही भारी बारिश के कारण चार धाम यात्रा को 2 दिन के लिए रोक दिया गया है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।
बीती रात से उत्तराखंड पर मानसूनी कहर टूटा हुआ है। चमोली जिले में बीती रात 2 बजे पीपलकोटी, थराली, नंदा नगर क्षेत्र में बादल फटने से कई पुल बह गए वहीं दुकानों और घरों में मलबा व पानी घुस गया। कई गाड़ियां भी मलबे में समा गई। आपदा ग्रस्त क्षेत्र में एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें में जुटी हुई है। यहां हाइड्रो पावर प्लांट में पानी घुस गया जहां कई कर्मचारी फंसे हुए हैं जिन्हें बचाने की कोशिशें की जा रही हैं। उधर रुद्रप्रयाग से प्राप्त समाचार के अनुसार लिंचोली क्षेत्र में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। अलकनंदा और मंदाकिनी नदियों का जलस्तर इतना अधिक बढ़ गया है कि पानी ने हनुमान मंदिर को भी डुबो दिया है तथा मद्महेश्वर धाम को जोड़ने वाला पुल भी ध्वस्त हो गया है।
उधर कोटद्वार में बीती रात खोह नदी ने भारी तबाही मचाई है यहां दर्जनों मकान नदी के तेज बहाव में बह गए वहीं दर्जनों मकानों पर खतरा मंडरा रहा है पौड़ी से प्राप्त समाचार के अनुसार नेशनल हाईवे पर हुए भारी भूस्खलन की जद में आए कुछ लोगों के मलबे में दबे होने की खबर है जिनकी तलाश जारी है। हाईवे मलबा आने से बंद हो गया है तथा लोगों को वैकल्पिक मार्गों से आना जाना पड़ रहा है।
हरिद्वार में गंगा का जलस्तर 294.8 मीटर के ऊपर पहुंच गया है गंगा का जलस्तर बढ़ने से ऋषिकेश त्रिवेणी घाट जलमग्न हो गया है तथा निचले कई इलाकों में बाढ़ आ गई है जहां लोगों की जान बचाने को रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। खादर में बाढ़ के खतरे को देखते हुए शासन प्रशासन सतर्कता बरत रहा है। हरिद्वार में एक प्लांट में पानी घुसने से यहां 250 कर्मचारी फंस गए हैं जिन्हें सुरक्षित निकालने की कोशिश है की जा रही है।
इस बीच मुख्यमंत्री ने हाई लेवल बैठक कर राज्य में आई आपदा की समीक्षा की है तथा दो दिन के लिए चार धाम यात्रा को रोक दिया गया है। राज्य में 2 दिन के लिए सभी स्कूलों को भी बंद किए जाने के आदेश दिए हैं क्योंकि 17 अगस्त तक राज्य में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।

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