May 17, 2024रूद्रप्रयाग। 11वें ज्योतिर्लिंग बाबा श्री केदारनाथ धाम के कपाट 10 मई को देश—विदेश के श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए हैं तथा केदारनाथ धाम में कपाट खुलने से लेकर अब तक श्रद्धालुओं का भारी संख्या में आना जारी है। पहले सप्ताह में ही केदारनाथ धाम में 1 लाख 83 हजार 677 श्रद्धालुओं ने बाबा केदारनाथ के दर्शन कर लिए हैं जो एक नया कीर्तिमान है। भारी संख्या में दर्शन को पहुंच रहे श्रद्धालुओं जिस कारण यात्रा मार्ग में विभिन्न स्थानों पर जाम की स्थिति बनी हुई है जिसके लिए जिला प्रशासन की टीमें एवं पुलिस विभाग के जवान व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने में लगे हुए हैं।दर्शन करने पहुंच रहे तीर्थ यात्रियों जो जाम में फंस रहे हैं, इसके लिए जिलाधिकारी के निर्देशन में इन यात्रियों को आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है। जिसमें आज जिला प्रशासन की ओर से ब्यूंगगाड़, फाटा, जामू आदि क्षेत्रों में जाम में फंसे 2500 श्रदालुओं को जिला पूर्ति अधिकारी मनोज कुमार डोभाल एवं सेक्टर अधिकारी फाटा नरेंद्र कुमार एवं उनकी टीम द्वारा तीर्थ यात्रियों को उनकी गाड़ियों में जाकर फूड पैकेट एवं पानी की बोतलें वितरित की गई।जाम में फंसे तीर्थ यात्रियों को जब जिला प्रशासन की ओर से फूड पैकेट एवं पानी की बोतले उपलब्ध कराई गई तो सभी तीर्थ यात्रियों के चेहरे पर खुशी की झलक देखने को मिली, जिससे कि सभी तीर्थ यात्रियों ने जाम में फंसे यात्रियों को फूड पैकेट एवं पानी की बोतलें उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन का बहुत—बहुत आभार एवं धन्यवाद ज्ञापित किया।
May 17, 2024हजारों बिना दर्शन के घर लौटे कुछ ट्रांजिट कैंपों में काट रहे हैं समय सूचना न मिलने से बढ़ रही है दिक्कतें हरिद्वार/ऋषिकेश। देश के कोने—कोने से आए हजारों चार धाम यात्री ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन बंद किए जाने से परेशान है। कुछ हताश और निराश होकर घरों को वापस लौट गए हैं तो कुछ हट करके जमे हुए हैं कि भगवान के दर्शन किए बिना वापस नहीं जाएंगे। लेकिन वह भी इसलिए परेशान है कि पता नहीं कब रजिस्ट्रेशन खुलेंगे और कब तक वह इंतजार करते रहेंगे।व्यवस्थाएं चरमराने और धामों में भारी भीड़ जमा होने के बाद 14 मई को ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन रोक दिए गए थे दो दिन 15—16 मई तक के लिए रोके गए रजिस्ट्रेशन की अवधि अब बढ़कर 19 मई कर दी गई है क्योंकि अभी हालात सामान्य नहीं हो सके हैं। ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन बंद होने से यात्रियों के सामने धर्म संकट की स्थिति बनी हुई है क्योंकि बिना रजिस्ट्रेशन यात्रा पर जा नहीं सकते और रजिस्ट्रेशन कब हो सकेगा इसका पता नहीं। हजारों यात्री यह सोचकर वापस लौट गए कि कब तक यहां पड़े रहेंगे और जो बचे हैं वह ट्रांजिट कैंपों में डेरा डाले हुए हैं। लेकिन उनका भी कहना है कि यह कोई यात्रा है जो हम एक जगह चार दिन से पड़े हैं।होटल और धर्मशालाओं में जगह नहीं है अगर है तो चार्ज इतना ज्यादा है कि आम आदमी की क्षमता से बाहर हैं। आमतौर पर सामान्य लोग एक तय बजट में ही यात्रा करने आते हैं। 10—20 हजार अतिरिक्त खर्च कर पाना उनके लिए संभव नहीं होता है। खास बात यह है कि रजिस्ट्रेशन कब खुलेंगे इसकी जानकारी आम लोगों तक सही समय पर न पहुंचने के कारण लोग अभी भी हरिद्वार पहुंच रहे हैं और उन्हें यहां आकर पता चल रहा है कि रजिस्ट्रेशन तो 19 मई तक बंद रहेंगे। ऐसे में यात्रियों का परेशान होना स्वाभाविक है।
May 17, 2024जबरदस्त चेकिंग से यात्री परेशान बिना रजिस्ट्रेशन जाने वालों पर पूरी तरह से रोक दो टूर ऑपरेटरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज जांच के कारण रुद्रप्रयाग में पांच किमी लंबा जाम देहरादून। चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं को पटरी पर लाने के लिए अब खुद मुख्यमंत्री मैदान में उतर गए हैं। बीते कल उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों को खुद फील्ड में जाने और बिना रजिस्ट्रेशन किसी भी यात्री को यात्रा पर न जाने देने के सख्त निर्देश दिए थे। आज हालात का जायजा लेने सीएम खुद बड़कोट यात्रियों के बीच पहुंचे और उनसे बातचीत की, वह दुकानदार और होटल व्यवसाययों से भी मिले।धामों में क्षमता से अधिक यात्री न पहुंच पाए इसके लिए आज से जबरदस्त चेकिंग अभियान सभी चेक पोस्टों पर चलाए जा रहा है। बिना रजिस्ट्रेशन और बिना फिटनेस के साथ आने वाली यात्रियों व वाहनों को वापस भेजा जा रहा है। दून कूल्हान चेकपोस्ट पर आज बाहर से आने वाले ऐसे 10 वाहनों को आरटीओ विभाग के कर्मचारियों ने वापस लौटा दिया जिनके कागज वैध नहीं थे। वहीं सैकड़ो की संख्या में उन यात्रियों को वापस लौटाया गया जिनके ट्रप कार्ड और स्लॉट अलाट अग्रिम तरीकों के थे और वह पहले ही यात्रा पर आ गए थे।उधर उत्तरकाशी में चेकिंग के दौरान दो बसों को रोका गया जिनमें 80 यात्री सवार थे और वह हरिद्वार से यात्रा पर आये थे इन दोनों बसों के बारकोड चेक किए गए तो वह फर्जी पाए गए। यात्रियों से पूछताछ में पता चला कि दो टूर ऑपरेटर्स ने उनकी यात्रा के लिए बस उपलब्ध कराई थी। दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं रुद्रप्रयाग पुलिस और प्रशासन द्वारा सभी यात्री वाहनों व यात्रियों के रजिस्ट्रेशन व कागजात की गहन चेकिंग की जा रही है जिसके कारण यहां 5 किलोमीटर लंबा जाम लग गया जिससे यात्रियों को भारी परेशानी हो रही है।उधर मुख्यमंत्री ने आज बड़कोट में जाकर खुद यात्रा का हाल जाना। यात्रियों व व्यवसायियों से वार्ता की और उन्हें एक—दो दिन में सभी हालात सामान्य होने का भरोसा दिलाया है। आज गंगोत्री हुआ यमुनोत्री धर्मों में 8 से 10 हजार के बीच यात्री पहुंचने की खबर है। सीएम का कहना है की हालत सामान्य होने तक वीआईपी दर्शनों पर लोग रोक लगी रहेगी।
May 17, 2024बैरियर लगाकर किये जा रहे हैं पंजीकरण चेक रूद्रप्रयाग। श्री केदारनाथ धाम में यात्रियों के बढ़ते दबाव के मद्देनजर अब पुलिस प्रशासन द्वारा बिना पंजीकरण कराये यात्री वाहनो की केदारनाथ मार्ग पर एंट्री बंद कर दी गयी है। पुलिस द्वारा अब केदारनाथ मार्ग पर बैरियर लगाकर चैकिंग की जा रही है।केदारनाथ धाम यात्रा में अत्यधिक संख्या में श्रद्धालु एवं यात्री वाहन आ रहे हैं। केदारनाथ धाम के कपाट खुलने से लेकर पहले 7 दिनों में एक लाख अस्सी हजार से अधिक यात्री केदारनाथ धाम पहुंच चुके हैं व अत्यधिक संख्या में श्रद्धालु केदारनाथ धाम सहित, पैदल मार्ग एव रास्ते में हैं।बताते चलें कि केदारनाथ धाम सहित यात्रा पड़ावों पर रुकने की एक निश्चित क्षमता है। जनपद में स्थित पार्किंगों की भी एक निश्चित क्षमता है। सबसे बड़ी बात कि सीतापुर व सोनप्रयाग स्थित पार्किंगों में किसी वाहन की एन्ट्री हो जाने के उपरान्त वाहन तीन दिन तक पार्किंग में ही रहता है। पार्किंग की एक निश्चित क्षमता होने तथा इससे निकासी काफी कम होने व बाहर से अत्यधिक संख्या में वाहनों के आने से यात्रा मार्ग पर अत्यधिक दबाव बढ़ रहा है। वाहनों के दबाव को कम किये जाने हेतु जनपद की चौकी जवाड़ी बाई पास पर बाहर से आने वाले वाहनों की चेकिंग की जा रही है। बद्रीनाथ धाम की तरफ जा रहे वाहनों को मुख्य बाजार रुद्रप्रयाग होते हुए जाने दिया जा रहा है, केदारनाथ धाम की ओर जाने वाले वाहनों में निर्धारित तिथि का पंजीकरण होने पर ही यात्रियों/वाहनों को जाने दिया जा रहा है। कतिपय यात्री वाहन बिना पंजीकरण के ही जनपद में आ रहे हैं ऐसे वाहनों की जनपद के केदारनाथ धाम के लिए एन्ट्री बिल्कुल बन्द कर दी गयी है तथा पंजीकरण के उपरान्त निर्धारित तिथि को ही केदारनाथ धाम यात्रा पर आने के लिए बताया जा रहा है। स्वयं पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग ने गत दिवस एवं आज भी चौकी जवाड़ी पर बनायी गयी व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर सम्बन्धित प्रभारियों को आवश्यक दिशा—निर्देश दिये गये हैं।
May 17, 2024लोकसभा चुनाव के चार चरणों में 543 लोकसभा सीटों में से 379 सीटों के लिए मतदान संपन्न हो चुका है पांचवें चरण में 49 सीटों के लिए 20 मई को वोट डाले जाएंगे। वर्तमान लोकसभा चुनाव की शुरुआत में ऐसा लग रहा था कि यह चुनाव भी 2014 और 2019 की तरह एक तरफा ही रहने वाला है। सत्ताधारी एनडीए और भाजपा के नेताओं ने जिस तरह से सुनियोजित ढंग से अबकी बार 400 पार और चुनाव से ऐन पूर्व अर्धनिर्मित राम मंदिर में रामलला की मूर्ति स्थापना और प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के जरिए राम लहर पैदा की गई उसे देखकर भले ही जानकार भी यह कहने लगे थे कि आएंगे तो मोदी ही, लेकिन मतदान के पहले चरण से राष्ट्रीय पटल पर ऐसी कुछ घटनाएं सामने आ गई कि हवा का रुख बदलना शुरू हो गया। जो अभी तक थमता नजर नहीं आ रहा है। इंडिया गठबंधन की जिन गांठो को जोड़ना सहयोगी दलों के नेताओं के लिए बड़ी मुश्किल बनता जा रहा था, कांग्रेस का 25 गारंटी वाला वह घोषणा पत्र आते ही ऐसा तहलका मचा कि सभी क्षेत्रीय छत्रप देखते ही देखते कांग्रेस के साथ कदमताल के लिए तैयार होते चले गए। राहुल गांधी की सामाजिक न्याय यात्रा जिसका आधार उसका घोषणा पत्र बना जिसे सामाजिक न्याय पत्र के नाम से लाया गया, विपक्ष के लिए जैसे एक संजीवनी बन गया। पटना के गांधी मैदान की रैली में उमड़ी भीड़ ने विपक्षी महत्वाकांक्षाओं को सिर्फ नए पंख ही नहीं लगाए बल्कि ऊंची उड़ान के हौसले पर ऐसा सवार कर दिया कि पूरे चुनाव की हवा का रुख बदल कर रख दिया। सत्ता को कटघरे में करने के सबूत मिलते गए और विपक्षी हावी होते चले गए। हालत यह हो गए कि चौथे चरण तक चुनाव आते—आते भाजपा को अपनी उपलब्धियों के मुद्दे और नारे भूल कर कांग्रेस के न्याय पत्र पर सवाल उठाने और अपनी जनसभाओं में लोगों को डराने पर बाध्य हो गये कि अगर कांग्रेस सत्ता में आ गई तो आपकी संपत्ति और जेवर यहां तक की मंगलसूत्र व भ्ौंस भी छीन लेगी और मुसलमान को दे देगी। भाजपा के नेताओं द्वारा अब अपनी जनसभाओं में लोगों से पूछा जा रहा है कि क्या आप ऐसे लोगों के हाथों में देश की सत्ता देंगे इन नेताओं को यह भी समझ नहीं आ रहा है कि वह अपने भाषणों में जो कह रहे हैं उसका क्या मतलब है कांग्रेस ने खुद अपने न्याय पत्र का उतना प्रचार नहीं किया है जितना भाजपा नेताओं द्वारा किया गया है। वह जो जनता को भय दिखा रहे हैं वह उनकी अपनी संभावित हार का भय है। विपक्ष कोई नेता प्रधानमंत्री बनने लायक नहीं है या उनके पास पीएम मोदी का कोई भी विकल्प नहीं है जैसी बातें किया जाना इस बात का साफ संकेत है कि देश में सत्ता परिवर्तन होने जा रहा है और इसका अंदाजा भाजपा नेताओं को बखूबी हो चुका है। चुनाव के बाकी तीन चरण शेष बचे हैं और उसमें एनडीए या भाजपा के नेता कोई ऐसा करिश्मा कर पाने की स्थिति में नहीं है कि परिणाम को पलटा पाये। हार का डर अब नेताओं के भाषणों व उनकी बॉडी लैंग्वेज में दिखने लगा है। इस दौर में जो भी चुनावी सर्वे और विश्लेषण प्रचारित व प्रसारित किये जा रहे हैं उनमें अधिकांश प्रायोजित है। इस चुनाव में एनडीए व इंडिया गठबंधन के बीच अत्यंत ही कांटे का मुकाबला है। इंडिया गठबंधन भले ही बढ़त बनाती दिख रही है लेकिन हार जीत का फैसला बहुत ही कम अंतर से होने वाला है। दरअसल यह चुनाव विपक्ष ने जनता और सत्ता के बीच होने वाला चुनाव बना दिया है। और लोकतंत्र में जनता की हार नहीं हो सकती है। क्योंकि जनता की हार का मतलब लोकतंत्र की हार है।
May 17, 2024सीएम पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा की रजिस्ट्रेशन के अनुसार ही श्रद्धालुओं को चारधाम यात्रा की दें अनुमति देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को सचिवालय में चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए चारधाम यात्रा से जुड़े जनपदों के जिलाधिकारियों से विभिन्न व्यवस्थाओं का फीडबैक लिया। मुख्यमंत्री बड़कोट जाकर ग्राउंड जीरो से यमुनोत्री धाम की व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं। चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत और यात्रा को सुगम बनाने के लिए मुख्यमंत्री स्वयं मोर्चा संभाले हुए हैं। मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा से जुड़े सभी विभागों के सचिवों को निर्देश दिये हैं कि वे लगातार चारधाम यात्रा मार्गों पर अपने विभागों से संबंधित सभी व्यवस्थाओं को देंखे और विभागों के उच्चाधिकारियों को भी मौके पर भेजें। उन्होंने कहा कि यात्रा व्यवस्थाओं में सभी अधिकारी चारधाम यात्रा से जुड़े जनपदों के जिलाधिकारी और एसपी का पूरा सहयोग करें। यात्रा व्यवस्थाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी।मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि यात्रियों को जिन स्थानों पर ठहराने की व्यवस्थाएं की गई है, यह सुनिश्चित किया जाए कि उन स्थानों पर सभी मूलभूत सुविधाएं पेयजल, विद्युत, शौचालय, खानपान और बच्चों के लिए दूध और अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध रहें। उन्होंने निर्देश दिये कि चारधाम पैदल मार्गों पर श्रद्धालुओं को पेयजल एवं अन्य सुविधाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हों। चारधाम यात्रा के दौरान भीड़ प्रबंधन और श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत आवश्कतानुसार वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था की जाए और श्रद्धालुओं को इन मार्गों के बारे में जानकारी भी दी जाए। सचिव परिवहन को मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि वाहनों की फिटनेस का विशेष ध्यान रखा जाए। बिना फिटनेस के कोई वाहन यात्रा मार्ग पर चल रहे हैं तो, इसके लिए सबंधित परिवहन अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाय। मुख्यमंत्री ने रजिस्ट्रेशन के अनुसार ही श्रद्धालुओं को चारधाम यात्रा पर भेजा जाए। ऑफलाईन रजिस्ट्रेशन को फिलहाल स्थगित रखा जाय।मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग से केदारनाथ यात्रा के बारे में जानकारी ली। जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग सौरभ गहरवार ने अवगत कराया कि श्री केदारनाथ में यात्रा सुचारू रूप से चल रही है। आज अभी तक श्री केदारनाथ में 11 हजार हजार श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं, पैदल मार्ग से 08 हजार यात्री दर्शन के लिए गये हैं। ठहराव वाले स्थानों पर श्रद्धालुओं के लिए सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से यात्रा मार्ग पर वाहनों के आवागमन की व्यवस्थाओं की कंट्रोल रूम से निगरानी की जा रही है। यातायात प्रबंधन के लिए यात्रा मार्ग पर पर्याप्त पुलिस बल की व्यवस्था की गई है। जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग ने कहा कि उन्होंने गुरूवार रात्रि को रूद्रप्रयाग से गौरीकुंड तक यात्रा व्यवस्थाओं को देखा।जिलाधिकारी उत्तरकाशी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने कहा कि गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि आज गंगोत्री धाम में 11 हजार और यमुनोत्री धाम में 10 हजार श्रद्धालुओं के दर्शन करने की संभावना है। श्रद्धालुओं के लिए जिन स्थानों पर ठहराव की व्यवस्था की गई वहां पर सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। एसपी उत्तरकाशी ने कहा कि कुछ लोग फर्जी रजिस्ट्रेशन वाले पाये गये हैं, जिन पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। जिलाधिकारी चमोली श्री हिमांशु खुराना ने कहा कि श्री बद्रीनाथ में यात्रा सुचारू रूप से चल रही है। आगामी सप्ताह में अवकाश के दृष्टिगत श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि के दृष्टिगत भी सभी व्यवस्थाएं की जा रही हैं।बैठक में प्रमुख सचिव आर. के सुधांशु, सचिव अरविन्द सिंह ह्यांकी, डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, सचिन कुर्वे, गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पाण्डेय, सचिव एस.एन. पाण्डेय, विशेष सचिव डॉ. पराग मधुकर धकाते, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी, जिलाधिकारी देहरादून श्रीमती सोनिका, एसएसपी अजय सिंह, वर्चुअल माध्यम से डीजीपी श्री अभिनव कुमार, जिलाधिकारी हरिद्वार धीराज गर्ब्याल उपस्थित थे।