हरिद्वार। रोड़ी बेलवाला कोतवाली क्षेत्र से हुए बच्चे के अपरहण का खुलासा करते हुए पुलिस ने एक महिला सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि अपहरत बच्चे को पुलिस पूर्व में ही बरामद कर चुकी है।
एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार ने बताया कि बीते 11 दिसम्बर को गंगा पत्नी अरविन्द निवासी झुग्गी झोपडी रोडीबेलवाला द्वारा कोतवाली नगर में तहरीर देकर बताया गया था कि 9 दिसम्बर को उनके 6 वर्षीय पुत्र मयंक का किन्ही अज्ञात लोगों द्वारा अपहरण कर लिया गया है। मामले की गम्भीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्काल मुकदमा दर्ज कर अपहरणकर्ताओं की तलाश शुरू कर दी गयी। परिणामस्वरूप पुलिस टीमों के आपसी बेहतर समन्वय के कारण कोतवाली नगर पुलिस ने बीते 16 दिसम्बर कोे देवबन्द से बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया गया, लेकिन अपहरणकर्ता पुलिस पकड़ से बाहर थे जिनकी तलाश की जा रही थी। अपहरणकर्ताओं की तलाश में जुटी पुलिस टीम को इस बीच जानकारी मिली कि जिस बाईक से बच्चे का अपहरण किया गया था उसकी लोकेशन देवबन्द सहारनपुर में है। जिस पर पुलिस ने 23 दिसम्बर को घटना में प्रयुक्त बाइक के साथ दो लोगों बिटृू व सतीश को गिरफ्तार कर लिया। जिन्होने पूछताछ में बताया कि उनके द्वारा यह बाईक पंजाब से चोरी की गई थी तथा अपने जानने वाले श्ौंकी को 20 हजार रूपये में बेची थी जिसके कागज कुछ दिन बाद दिए जाने की बात हुई थी। बताया कि कुछ दिन गाड़ी अपने पास रखने के बाद श्ौंकी ने गाड़ी के कागज न दिए जाने पर बिटृू और सतीश को गाड़ी वापस कर दी और अपने दिए रुपए वापस ले लिये। जब पुलिस ने श्ौंकी से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह गाड़ी उसके गाँव के दो लड़के विशाल पुत्र अशोक कुमार व मनीष पुत्र सूरजभान उससे गाडी मांगकर हरिद्वार ले गये थे। जिस पर पुलिस ने मनीष और विशाल को 24 दिसम्बर को देवबन्द से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उन्होने बताया कि मनीष की रिश्ते की बुआ साक्षी पुत्री रामसिंह जो कि देवबन्द में ही रहती है, उसके कोई बच्चा नहीं है, जिसपर उसने मनीष से एक बच्चा देने के लिये कहा, तब मनीष अपने दोस्त विशाल के साथ अपनी बुआ की इच्छा पूरी करने दिनांक 9 दिसम्बर को बच्चा चुराने हरिद्वार आया जहां सीसीआर के पास रोडीबेलवाला क्षेत्र में 3——4 बच्चे खेलते मिले जिनमें से एक बच्चे को खाना खिलाने का लालच देकर उन्होने उसका अपहरण कर लिया और अपनी बुआ को देवबंद में दे दिया। लेकिन प्रकरण में हरिद्वार पुलिस द्वारा सरगर्मी से की जा रही तलाश को देखकर (बुआ) साक्षी द्वारा अपह्त बच्चे को दिनांक 16 दिसम्बर को मोहल्ला हंसवाड़ा देवबंद सहारनपुर में एक मंदिर के पास छोड़ दिया गया था जिसको पुलिस द्वारा सकुशल बरामद कर लिया गया था। इस पर पुलिस द्वारा साक्षी (बुआ) को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।