डेंगू का कहर

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डेंगू का कहर राजधानी दून में तेजी से बढ़ता जा रहा है। हालांकि अभी तक दून में नौ डेंगू के मरीज पाये गये है जिसमें से वर्तमान में दो रोगी एम्स में भर्ती है बाकि सभी रोगी स्वस्थ होकर घर जा चुके है। लेकिन आम आदमी इसे लेकर भयभीत है। प्रभारी स्वास्थ्य सचिव डा. आर. राजेश कुमार का कहना है कि डेंगू को लेकर अक्तूबर तक विशेष सर्तक रहने की जरूरत है। उन्होने कहा है कि बरसात के दौरान डेंगू का संक्रमण बढ़ता है ऐसे में सरकारी विभागों के साथ ही आम लोगों को सर्तक रहने की जरूरत है। इस मामले में अब तक सरकार और स्वास्थ्य विभाग द्वारा डेंगू को फैलने से रोकने के लिए कोई विशेष प्रयास नहीं किये गये है। डेंगू को लेकर दून की स्थिति सबसे अधिक चिंताजनक है। शहर की सफाई व्यवस्था ठीक न होने और बरसात के चलते पानी एकत्र होने के बावजूद समय पर कीटनाशक दवाओं का छिड़काव न किये जाने के कारण ही डेंगू के मच्छरों को पनपने का मौका मिला। स्थिति इतनी चिंताजनक हो गयी कि अब डेंगू के मरीज सामने आने लगे है। खुद स्वास्थ्य महकमा इस समस्या को लेकर बेचैन नजर आ रहा है। खास बात यह है कि अभी बरसात लगातार जारी है। प्रशासन को चाहिए कि वह शहर की सफाई व्यवस्था का संज्ञान लेते हुए तत्काल कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कराये ताकि डेंगू के इस कहर को बढ़ने से रोका जा सके। बता दें कि कोरोना काल से पूर्व समय में राजधानी देहरादून में डेगूं का कहर जमकर हुआ था। जिसमें शहर के कई अधिकारियों व कर्मचारियों सहित आम जनता भी इसकी चपेट में आ गयी थी। जिसके बाद प्रशासन द्वारा अपनी चिरनिद्रा से जागते हुए युद्ध स्तर पर पूरे जनपद में कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करवाया गया था। ऐसी स्थिति दोबारा से न हो प्रशासन को इस बारे में सोचना होगा।

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