May 9, 2024उत्तराखंड की सरकार इन दिनों दो बड़ी समस्याओं से जूझ रही है पहली समस्या है जंगल में लगी आग और दूसरी समस्या है चार धाम यात्रा की तैयारियां। खास बात यह है कि सत्ता में बैठे लोग इन समस्याओं के समाधान के लिए क्या कर रहे हैं? आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की एक तस्वीर जिसमें वह अकेले रुद्रप्रयाग जिले के रतूड़ा क्षेत्र में पिरुल की पत्तियां एकत्रित करते दिख रहे हैं अखबारों में छपी है। उनके आसपास कहीं आग या धुआं नहीं दिख रहा है। उनकी यह तस्वीर देखकर किसी को भी उनकी तथा अन्य भाजपा नेताओं की वह तस्वीरें याद आ सकती है जिसमें वह स्वच्छ भारत मिशन के लिए प्रचार करते हुए हाथों में झाड़ू लेकर सड़कों पर तस्वीरें खिंचवाते थे। भले ही इसके पीछे लोगों को जागरूक करने का संदेश देने की बात कही जाती रही हो लेकिन यह नेताओं के राजनीतिक दिखावे से अधिक कुछ भी नहीं है। आज अगर सत्ता में बैठे लोगों से यह पूछा जाए कि इन जंगलों की आग से सुरक्षा के लिए उन्होंने क्या पूर्व तैयारी की थी? तो वह बगले झांकते ही दिखेंगे। बीते तीन—चार माह से मुख्यमंत्री पूरे प्रदेश में सिर्फ रोड शो और लोकार्पण तथा शिलान्यास या जनसभाएं ही करते रहे। क्योंकि उनके लिए लोकसभा की सभी पांच सीटों पर जीत ही उनका एकमात्र लक्ष्य था।अब वह पार्टी के स्टार प्रचारक होने के नाते पूरे देश में चुनावी सभाएं करने में व्यस्त हैं और जंगल की यह आग विकराल रूप ले चुकी है तथा मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया है तो वह अपने चुनावी कार्यक्रम रद्द कर हालात की समीक्षा करने तथा वन कर्मियों को सस्पेंड कर खुद पिरूल की पत्तियां समेटते दिख रहे हैं। अगर समय रहते इन जंगलों की सुरक्षा पर ध्यान दिया गया होता तो शायद उन्हें यह सब करने की जरूरत नहीं पड़ती और जंगलों की आग से इतना नुकसान नहीं होता। अब बात कर ले चार धाम यात्रा की तैयारी की जिस पर कल पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज का बयान आया है कि वह और उनकी सरकार श्रद्धालुओं के स्वागत और सत्कार को तैयार है। इन श्रद्धालुओं का राज्य में कैसा स्वागत सत्कार हो रहा है इसकी जो तस्वीर कल हरिद्वार में ऑफलाइन पंजीकरण केंद्रो पर देखने को मिली उसे पर्यटन मंत्री को जरुर देखना चाहिए क्या ऐसा ही स्वागत सत्कार राज्य सरकार द्वारा श्रद्धालुओं का किया जाना है कि पंजीकरण को लेकर परेशान हजारों यात्री वापस घर लौटने पर विवश हो जाए। उनका दावा तो यही है कि दर्शनों के लिए किसी को भी 1 घंटे से अधिक इंतजार नहीं करना होगा लेकिन पंजीकरण के लिए ही जब 8 घंटे लाइनों में खड़ा होना पड़ रहा है तो यह कैसी तैयारी और स्वागत सत्कार है जिसकी बात पर्यटन मंत्री कर रहे हैं। सिर्फ हेलीकॉप्टर से धाम व कपाट खुलते वक्त फूल बरसाने तक ही सीमित सरकार का स्वागत सत्कार है। अभी तक सड़क व संपर्क मार्ग तक तो तैयार नहीं है जबकि कल से यह यात्रा शुरू हो रही है। सत्ता में बैठे लोगों को जमीनी हकीकत का पता नहीं है या फिर वह सिर्फ हवा हवाई बातों से ही सब कुछ ठीक करने का दिखावा कर रहे हैं।
May 9, 2024रूद्रप्रयाग। बाबा केदारनाथ की पंचमुखी डोली ने आज बृहस्पतिवार 9 मई को सुबह 8.30 बजे तीसरे पड़ाव गौरामाई मंदिर गौरीकुंड से श्री केदारनाथ धाम को प्रस्थान किया है।बता दें कि बीते 6 मई को देवडोली श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से श्री विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी से प्रवास हेतु पहुंची तथा मंगलबार 7 मई को दूसरे पड़ाव फाटा पहुंची थी। 8 मई देर शाम पंचमुखी डोली गौरामाता मंदिर गौरीकुंड पहुंची, जिसके बाद आज सुबह साढ़े आठ बजे बाबा केदार की पंचमुखी डोली ने श्री केदारनाथ धाम को प्रस्थान कर दिया है।उल्लेखनीय है श्री केदारनाथ धाम के कपाट कल शुक्रवार 10 मई को खुल रहे है। भगवान केदारनाथ की चलविग्रह उत्सव पंचमुखी मूर्ति की देवडोली को कई दशकों से श्री बदरीनाथ—केदारनाथ मंदिर समिति के स्वयं सेवक एवं हक— हकूकधारी पांवों में बिना कुछ पहने पैदल चलकर शीतकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से श्री केदारनाथ धाम तक पहुंचाते है।आज पंचमुखी डोली के केदारनाथ प्रस्थान होते समय श्रद्दालुओं तथा गौरीगांव के स्कूली बच्चों ने बाबा केदार का जय घोष कर पुष्प वर्षा की है। केदारनाथ पैदल मार्ग पर जिला प्रशासन, पुलिस, गढवाल मंडल विकास निगम तथा स्थानीय दुकानदारों ने देव डोली का स्वागत किया।बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि सैकड़ों देश— विदेश के श्रद्धालू भी डोली यात्रा के साथ केदारनाथ जा रहे है। पंचमुखी डोली के गौरीकुंड से केदारनाथ प्रस्थान के समय केदारनाथ धाम के पुजारी शिवशंकर लिंग, कार्याधिकारी आरसी तिवारी, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी डीएस भुजवाण एवं यदुवीर पुष्पवान, डोली प्रभारी प्रदीप सेमवाल, प्रबंधक कैलाश बगवाड़ी, संजय तिवारी,भरत कुर्मांचली,कुलदीप धर्म्वाण, आलोक बजवाल,संजय कुकरेती सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
May 9, 2024बागेश्वर। बागेश्वर कपकोट के दानपुर क्षेत्र में आसमानी बिजली गिरने से 121 भेड़—बकरियों की मौत हो गई। पशुपालकों ने अपनी बकरियों को चुगान के लिए लमतरा बुग्याल में छोड़ा था। मंगलवार की रात को आकाशीय बिजली गिरने से 10 पशुपालकों की 121 भेड़—बकरियों की मौत हो गई है।जानकारी के अनुसार मंगलवार देर रात ग्राम जोगिना लमतौरा बुग्याल में आकाशीय बिजली की चपेट में आकर लगभग 121 भेड़—बकरियाँ मर गयी। जिसमें हर्ष सिंह पुत्र नरमल सिंह गोणिना की 30, पान सिह पुत्र नरमल सिंह की 30, सुनील सिंह पुत्र हर्ष सिंह की 16, दुर्गा सिह पुत्र फते सिंह की 20, वीर राम पुत्र लालू राम की 7, भूपाल सिंह डा. खुसाल सिह की 8, लक्ष्मण सिह पुत्र फते सिह की 5, केशर सिह पुत्र भगवत सिह की 2, हरमल सिंह पुत्र तेन सिह की 1, नरेन्द्र सिंह पुत्र श्याम सिंह की 2 बकरियों की मौत हो गई है। जिसकी सूचना क्षेत्रीय विधायक ने जिलाधिकारी को दी। उन्होंने प्रभावितों को तत्काल मुआवजा देने के निर्देश दिए हैं और पशु चिकित्सकों की टीम गांव भेजने के लिए कहा है।
May 9, 2024उत्तरकाशी। पहाड़ी से गिरे एक पत्थर की चपेट में आकर एक व्यक्ति गम्भीर रूप से घायल हो गया। जिसे अस्पताल पहुचाया गया जहंा उपचार के दौरान उसकी मौत हो गयी।मामला धरासू बैंड के समीप का है। जानकारी के अनुसार आज सुबह दुपहिया वाहन सवार एक व्यक्ति सुनारगांव टिहरी गढ़वाल से नौगांव बड़कोट की ओर जा रहा था। इस दौरान जब वह धरासू बैंण्ड के समीप पहुंचा तो अचानक वह पहाड़ी से गिरे पत्थर की चपेट में आकर गम्भीर रूप से घायल हो गया। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस व स्थानीय लोगों ने उसे 108 एंबूलेंस की मदद से अस्पताल पहुंचाया जहंा उपचार के दौरान उसकी मौत हो गयी। मृतक की पहचान विजयपाल पंवार (60) पुत्र श्याम लाल निवासी ग्राम थान भवान थाना थत्यूड जिला टिहरी गढवाल के रूप में की गयी है। बहरहाल पुलिस ने उसका शव कब्जे में लेकर अग्रिम कार्यवाही शुरू कर दी है।
May 9, 2024शहडोल। मध्य प्रदेश के शहडोल में 15 साल की नाबालिग छात्रा के साथ गैंगरेप के मामले में प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। प्रशासन ने गैंगरेप के 5 आरोपियों के खिलाफ बुलडोजर कार्रवाई करते हुए मकानों को ध्वस्त कर दिया है। आरोपियों ने बीते दिन 15 साल की मासूम छात्रा को बंधक बनाकर अपनी हवस का शिकार बनाया था। पुलिस ने गैंगरेप के सभी 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। एसडीएम अरविंद शाह ने बताया कि आरोपियों के सभी मकान बिना परमिशन के बनाए गए थे। जिसकी वजह से ध्वस्तिकरण की कार्रवाई की गई है। आरोपियों ने नाबालिग छात्रा को कोचिंग जाते समय अपनी हवस का शिकार बनाया था। पुलिस ने मामले में तत्परता दिखाते हुए महज 24 घंटे में ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गैंगरेप का शिकार हुई पीड़ित 10वीं क्लास की छात्रा है। आरोप है कि हवस के शिकारियों ने गैंगरेप के बाद छात्रा को मुंह बंद रखने की धमकी भी दी थी। घर पहुंचने पर पीड़ित ने अपने परिजनों को पूरी घटना बताई। परिजनों ने कोतवाली थाना में जाकर मामले की शिकायत दर्ज कराई। नाबालिग छात्रा की शिकायत पर पुलिस ने पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। अब पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
May 8, 2024मुख्यमंत्री धामी ने सचिवालय में वनाग्नि, पेयजल, मानसून सीजन के साथ ही चार धाम की तैयारियों की समीक्षा की देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को सचिवालय में वनाग्नि को रोकने के लिए की जा रही कार्यवाही और आगामी मानसून सीजन के दृष्टिगत तैयारियों की समीक्षा की। वनाग्नि को रोकने और जन जागरूकता के लिए मुख्यमंत्री फायर लाईन बनाने की कार्यवाही में प्रतिभाग करेंगे। उन्होंने कहा कि इसमें जनप्रतिनिधियों को भी शामिल किया जाए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये वनाग्नि पर पूर्णतः रोकने के लिए सभी सचिव को अलग-अलग जिलों की जिम्मेदारी दी जाय। सभी सचिव संबंधित जनपदों में जाकर वनाग्नि से प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण करें और वनाग्नि को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठायें।मुख्यमंत्री के निर्देश पर वनाग्नि को रोकने में लापरवाही बरतने वाले वन विभाग के 10 कार्मिकों को निलंबित किया गया है। अन्य कुछ कार्मिकों पर भी अनुशासनात्मक कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि वनाग्नि पर प्रभावी रोकथाम के लिए जन सहयोग लिया जाए। जंगलों में आग लगाने की घटनाओं में जो भी लिप्त पाये जा रहे हैं, उन पर नियमानुसार कठोर कार्रवाई की जाय। वनाग्नि को रोकने के लिए रिस्पांस टाईम कम से कम किया जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि वनों से पिरूल एकत्रीकरण के लिए प्रभावी योजना बनाई जाय। पिरूल संग्रहण केन्द्र बनाए जाएं। इसमें सहकारिता विभाग का भी सहयोग लिया जाए। पिरूल एकत्रीकरण के लिए दी जाने वाली धनराशि को बढाई जाय।आगामी मानसून सीजन की तैयारियों के संबंध में बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि मानसून से पहले नालियों की सफाई, ड्रेजिंग और चैनलाईजेशन की कार्यवाही पूर्ण की जाय। नदी किनारे सुरक्षा दीवारों के निर्माण और मरम्मत के कार्य समय पर पूर्ण किये जाएं। उन्होंने निर्देश दिये कि सभी पुराने ब्रिजों का सेफ्टी ऑडिट किया जाए। वर्षाकाल के दृष्टिगत संवेदनशील क्षेत्रों में वैली ब्रिज की पूर्ण व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के सभी डैम की गहराई और क्षेत्रफल की वर्तमान स्थिति जानने के लिए संबंधित विभागों की एक कोर्डिनेशन कमेटी बनाई जाए। यह भी आंकलन किया जाय कि डैम के बनने से वर्तमान समय तक डैम की गहराई और क्षेत्रफल की स्थिति क्या है।मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि मानसून सीजन शुरू होने से पहले डेंगू, मलेरिया और अन्य जल जनित रोगों से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जागरूकता के साथ ही पूरी तैयारी की जाए। स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाय। आपदा के दृष्टिगत स्वास्थ्य विभाग की रैपिड एक्शन टीम तैयार रखी जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता की समस्याओं के समाधान के लिए प्रो-एक्टिव एप्रोच के साथ कार्य करें। पेयजल की पर्याप्त आपूर्ति के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। स्वच्छ पेयजल के लिए पर्याप्त वैकल्पिक व्यवस्थाएं रखी जाय। जहां पेयजल की समस्या है वहाँ टैंकर और खच्चर से पीने के पानी की आपूर्ति की जाये । इसके लिए सभी कार्यदायी संस्थाएं समन्वय के साथ कार्य करें।मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि राज्य में चारधाम यात्रा के दृष्टिगत भी सभी व्यवस्थाएं सुचारू रखी जाए। यह सुनिश्चित किया जाय कि मौसम की जानकारी से संबंधित अलर्ट एसएमएस के माध्यम से लोगों को मिले। चारधाम और मौसम से संबंधित अन्य सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए सूचना तंत्र को मजबूत बनाया जाए। श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत सभी विभाग अपने स्तर पर बेहतर व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें। जन सुविधा को ध्यान में रखते हुए आधुनिक तकनीकि का अधिकतम इस्तेमाल किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा के दृष्टिगत संवदनशील स्थलों और चारधाम यात्रा मार्गों पर जेसीबी की पर्याप्त व्यवस्था की जाय।बैठक में उपाध्यक्ष अवस्थापना अनुश्रवण परिषद विश्वास डाबर, मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव आनंद बर्धन, प्रमुख सचिव आर.के सुधांशु, प्रमुख वन संरक्षक डॉ. धनंजय मोहन, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली, अरविंद सिंह ह्यांकी, रंजीत सिन्हा, दिलीप जावलकर, विनय शंकर पाण्डेय, डॉ. आर. राजेश कुमार, एडीजी ए.पी अंशुमान, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी, विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष एवं वर्चुअल माध्यम से सभी जिलाधिकारी उपस्थित थे।