देहरादून। भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर टप्पेबाजी की घटनाओं को अजांम देने वाले ठक—ठक गैंग के 3 शातिर बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जिनके कब्जे से लगभग 6 लाख के (6 मोबाइल) फोन, एक तमंचा मय जिंदा कारतूस व घटना में प्रयुक्त लग्जरी कार भी बरामद की गयी है।
डीआईजी/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि बीती 25 मई को विशेष नौटियाल द्वारा थाना नेहरू कालोनी में तहरीर देकर बताया गया था कि वह जब शाम 7 बजे हरिद्वार रोड की तरफ आ रहे थे तो धर्मपुर में रेड लाइट होने के कारण उन्होने अपना वाहन रोक दिया। इस बीच एक व्यक्ति द्वारा उनकी तरफ का शीशा खटखटाते हुए उन्हें अपने पैर पर उनका वाहन चढने की बातें कहकर अपनी बातों में उलझाया, इसी दौरान दूसरी तरफ की खिडकी से एक अन्य व्यक्ति द्वारा उनकी बगल वाली सीट पर रखा मोबाइल फोन चुपके से चुरा लिया गया। मामले में पुलिस ने तत्काल मुकदमा दर्ज कर टप्पेबाजों की तलाश शुरू कर दी गयी। अभी पुलिस टप्पेबाजोें की तलाश में जुटी हुई ही थी कि इस प्रकार की अन्य घटनाएं भी शहर में सामने आयी। टप्पेबाजों की तलाश में जुटी पुलिस को इस दौरान सूचना मिली कि मोथोरावाला क्षेत्र में दिल्ली नम्बर की एक हौंडा सिटी कार में सवार कुछ व्यक्ति एक आईफोन को सस्ते दामों में बेचने का प्रयास कर रहे हैं, जो सम्भवतः नेहरू कालोनी क्षेत्र में हुई टप्पेबाजी की घटना से सम्बन्धित हो सकता है। सूचना पर कार्यवाही करते हुए पुलिस ने तत्काल बैरिकेटिंग लगाकर मोथोरावाला क्षेत्र में नौका रोड पर वाहनों की चैकिंग शुरू कर दी गयी। इस दौरान दिल्ली नम्बर की एक होंडा सिटी कार मोथोरावाला की ओर से आती हुई दिखाई दी, जिसे रोकने का प्रयास किया गया तो वाहन सवार तीन व्यक्ति भागने का प्रयास करने लगे। इस पर उन्हे घेर कर दबोचा गया। पूछताछ में उन्होने अपना नाम यूसुफ पुत्र शौकत अली निवासी इस्पात नगर, लिसाडीगेट मेरठ, रिजवान पुत्र इमरान निवासी ढोलकी मौहल्ला मेरठ व आदिल पुत्र शम्सुद्दीन निवासी बुलंदशहर बताया। पुलिस ने उनके वाहन की तलाशी ली तो उसमें रखे 6 मोबाइल फोन, एक तमंचा मय कारतूस बरामद हुआ। सख्ती से की गयी पूछताछ में उन्होने बताया कि यह मोबाइल फोन हमने देहरादून में ही टप्पेबाजी कर चुराये थे। बताया कि हम नशे के आदी है और नशापूर्ति के लिए ही टप्पेबाजी की घटनाओं को अंजाम दिया करते है। बरामद सभी 6 मोबाइल फोन की कीमत लगभग 6 लाख रूपये बतायी जा रही है। पुलिस के अनुसार युसुफ, रिजवान व आदिल शातिर बदमाश है जो पहले भी एनडीपीएस, आर्म्स एक्ट सहित अन्य धाराओं में जेल की हवा खा चुके है। बहरहाल पुलिस ने उन्हे न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है।