देहरादून। चिटफंड का काम करने वाले सात लाख रूपये लेकर फरार हुए आरोपी का शव कमरे में बोरे में बंद मिला। हत्यारों ने हाथ पैर बांधकर रजाई में लपेट कर शव को बोरे में बंद कर दिया था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जाफतागंज नजीबाबाद (बिजनौर) निवासी मौहम्मद अशरफ अलवी यहां तीन माह पूर्व संजय कालोनी डालनवाला में परिवार के साथ शाहनवाज के मकान पर किराये पर रहने आया था। परिवार में उसकी पत्नी तीन बेटियां व चार बेटे साथ मेें रहते थे। मौहम्मद अशरफ यहां भगत सिंह कालोनी में दून चिटफंड नाम की कम्पनी में काम करता था। कम्पनी डेली कलैक्शन का काम करती है। एक माह पूर्व अशरफ का एक्सीडेंट होने पर उसने अपने परिवार को नजीबाबाद वापस भेज दिया था। इस दौरान उसकी कम्पनी के युवकों का उसके घर पर आना जाना लगा रहता था। 24 दिसम्बर से उसका कमरा बाहर से बंद था तथा कम्पनी के कर्मचारियों ने यह बात उडा दी थी कि अशरफ कम्पनी का सात लाख रूपया लेकर फरार हो गया है। 27 दिसम्बर को आसपास के लोगों को अशरफ के कमरे से बदबू आने लगी तो उन्होंने इसकी शिकायत आराघर चौकी पुलिस से की। जिसपर पुलिस ने उनको यह कहकर भगा दिया कि जब तक अशरफ के परिवार का कोई मौके पर नहीं आता तब तक पुलिस ताला नहीं तोड सकती है। आज जब तेज बदबू आने लगी तो मकान मालिक शाहनवाज ने अशरफ के ताऊ के बेटे सलमान को वहां पर बुलवाया और उसकी मौजूदगी में ताला तोडा गया। ताला तोडते ही अंदर का नजारा देखकर उनके होश उड गये। कमरे के अन्दर एक बोरे में अशरफ का शव पडा हुआ था कमरे की दीवारों पर खून लगा हुआ था। जिसके बाद उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही एसपी सिटी सरिता डोभाल, सीओ डालनवाला जूही मनराल, डालनवाला कोतवाल एके भटट व एसओजी प्रभारी मुकेश त्यागी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि कमरा 24 दिसम्बर से बंद था तथा भगत सिंह कालोनी में यह बात फैल रखी थी अशरफ चिटफंड कम्पनी के सात लाख रूपये लेकर फरार हो गया। उन्होंने बताया कि कम्पनी का ही अरमान नामक युवक वहां पर हमेशा आता रहता था लेकिन 24 दिसम्बर के बाद वह भी दिखायी नहीं दिया। हत्यारों ने अशरफ के हाथ पैर बांधकर उसको रजाई में लपेटकर बोरे में डाल रखा था। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण कर अरमान की तलाश शुरू कर दी। पुलिस के अनुसार अरमान ही इस हत्या से पर्दा उठा सकता है।