सपा—बसपा ने कानून व्यवस्था पर उठाए सवाल
मुख्यमंत्री योगी आज मिलेंगे पीड़ित परिवार से
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद गोरखपुर के एक होटल में कानपुर के व्यापारी से पुलिसकर्मियों द्वारा की गई मारपीट में व्यापारी मनीष की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है। विपक्षी दलों द्वारा राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर सरकार पर तीखा हमला बोला गया है, वहीं सीएम योगी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए छह पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है तथा योगी आज कानपुर जा कर पीड़ित परिवार से मुलाकात करेंगे।
जिन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है उनमें रामगढ़ ताज थाने के एसएचओ जगत नारायण, एसआई अक्षय मिश्रा व विजय यादव, राहुल दुबे, कांस्टेबल कमलेश यादव तथा प्रशांत कुमार के नाम शामिल है। सीएम योगी ने कहा है कि दागी किसी भी पुलिस अधिकारी को फील्ड में तैनाती नहीं दी जाए। उल्लेखनीय है कि मृतक प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सर पर लगी चोट से मौत होने की बात सामने आई है।
मृतक मनीष गुप्ता की पत्नी की अनुमति के बाद मनीष का बीती रात अंतिम संस्कार तो कर दिया गया है किंतु उनका कहना है कि पुलिस ने दबाव डालकर सिर्फ तीन पुलिसकर्मियों को ही नामदज करवाया है। उनकी शर्त पर ही सीएम योगी आज उनसे मिलने कानपुर जा रहे।
उधर बसपा सुप्रीमो मायावती ने योगी सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए इस मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी आज कानपुर जा कर पीड़ित परिवार से मुलाकात की तथा सहायता राशि देने की घोषणा की। अखिलेश ने कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो चुकी है उन्होंने पुलिस कर्मियों द्वारा किए गए जघन्य अपराध के लिए सरकार से सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।