नई दिल्ली। दिल्ली के कंझावला कांड को लेकर लोग सड़कों पर उतर आए। लोगों ने दिल्ली के सुल्तानपुरी थाने का घेराव कर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। उधर, दिल्ली के एलजी विनय सक्सेना ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को समन भेजा है। दिल्ली के कंझावला में रविवार तड़के एक युवती का नग्न अवस्था में शव मिला था। बॉडी के कई हिस्से क्षत-विक्षत हो थे। पुलिस का दावा है कि कार सवार 5 युवकों ने एक युवती को टक्कर मारी, फिर सड़क पर 4 किमी तक घसीटा, जिससे उसकी मौत हो गई। दिल्ली पुलिस ने शव मिलने के बाद जांच की तो घटनास्थल से थोड़ी दूरी पर पुलिस को एक स्कूटी भी पड़ी मिली, जो दुर्घटनाग्रस्त थी। स्कूटी के नंबर के आधार पर युवती के बारे में पता किया गया।
एलजी वीके सक्सेना ने समन भेजकर दिल्ली पुलिस कमिश्नर को बुलाया था। दोनों के बीच बैठक में एलजी ने पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने इस मामले में अधिकारियों और पुलिस कर्मियों की भूमिका का पता लगाने के लिए कहा है। एलजी ने सीपी से उन्हें इस मामले में अपडेट्स देते रहने के लिए कहा है। पुलिस की इस थ्योरी पर सवाल खड़े हो रहे हैं। मृतक लड़की के परिवार ने पुलिस की कार्रवाई पर भी सवाल उठाए हैं। हालांकि, पुलिस ने इस मामले में 5 युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं कार भी जब्त कर ली है। मृतक युवती के मामा ने कहा कि मैं पुलिस की कार्रवाई से सहमत नहीं हूं। डीसीपी ने कहा था कि आरोपी लड़कों ने कुछ गलत नहीं किया है। इतना बड़ा हादसा होने के बाद कुछ गलत नहीं किया? ये केस निर्भया से मिलता-जुलता है। हम 100 प्रतिशत कह सकते हैं कि बेटी के साथ गलत हुआ है। स्कूटी कहीं मिली है और बॉडी किसी दूसरी जगह से बरामद की गई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने में देरी लगेगी। इस बीच, कार्रवाई में ढिलाई हो सकती है।