पटना। बिहार में नई सरकार के बनने के 15 दिनों बाद आज यानी सोमवार को नीतीश सरकार ने सदन में विश्वासमत हासिल कर लिया है। बिहार विधानसभा में विश्वासमत प्रस्ताव को लेकर पहले चर्चा हुई, फिर ध्वनि मत से विश्वास मत पारित हुआ उसके बाद वोटिंग कराई गई। इस दौरान विपक्ष के लोगों ने वॉक आउट कर दिया। नीतीश सरकार के पक्ष में 129 वोट मिला वहीं विपक्ष में 0 वोट मिले। नीतीश सरकार के सदन में विश्वासमत हासिल करते ही बिहार में पिछले 15 दिनों से जारी सियासी खेल और कयासों का एक तरह से पटाक्षेप हो गया। सदन में होने वाले फ्लोर टेस्ट से पहले विपक्ष यानी महागठबंधन का दावा था कि सरकार अल्पमत में है लेकिन फ्लोर टेस्ट में विपक्ष का ये दावा गलत साबित हुआ। मालूम हो कि बिहार विधानसभा में कुल विधायको की संख्या 243 है। सदन में बहुमत साबित करने के लिए 122 विधायकों का समर्थन जरूरी है। एनडीए का शुरू से ही दावा था कि उसके पास 128 विधायकों का संख्याबल मौजूद है, जिसमें बीजेपी के 78, जद-यू के 45, हम के 4 और एक निर्दलीय सुमित कुमार सिंह शामिल हैं जबकि कल जद-यू विधायक दल की बैठक में 5 विधायक नहीं आए थे, वहीं, बीजेपी की बैठक में 2 विधायक नही पहुंचे। सदन में चर्चा के दौरान नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के अलावा डिप्टी सीएम विजय सिन्हा और सम्राट चौधरी ने भी चर्चा में हिस्सा लिया।