20 अप्रैल को सभी विभागों का मॉक ड्रिल होगा
यात्रा मार्गों पर होगी ज्वॉइंट टीमों की तैनाती
पहली बार एनडीएमए को सुरक्षा की जिम्मेवारी
देहरादून। चारधाम यात्रा के सुचारू संचालन को लेकर राज्य सरकार ही नहीं केंद्र सरकार द्वारा भी खास एहतियात बढ़ती जा रही है। दिल्ली से देहरादून पहुंची एनडीएमए की टीम ने आज सचिवालय में आयोजित एक बैठक में चारधाम यात्रा की तैयारियों से जुड़े तमाम विभागों के अधिकारियों के साथ एक मैराथन बैठक की जिसमें सभी विभागों द्वारा अपनी तैयारियों पर प्रजेंटेशन दिया गया। बैठक में 20 अप्रैल यानी यात्रा शुरू होने से सिर्फ 2 दिन पूर्व सभी विभागों का एक सामूहिक मॉकड्रिल आयोजित करने का भी निर्णय लिया गया जिससे इन तैयारियों की व्यवस्थाओं को रखा जा सके।
यह पहला मर्तबा है जब प्रधानमंत्री कार्यालय के दिशा निर्देश पर अमरनाथ यात्रा की तरह चारधाम यात्रा को लेकर भी एनडीएमए को सुरक्षा व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी सौंपी गई है। दिल्ली से आई एनडीएमए के अधिकारियों की टीम ने आज सचिवालय में बुलाई गई बैठक में तमाम विभागों जिसमें स्वास्थ्य, परिवहन, पर्यटन, मौसम, पेयजल, उर्जा, पुलिस, आईटीबीपी, सीआरपीएफ आदि तमाम विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में बारी—बारी से सभी विभागों के अधिकारियों द्वारा अपनी यात्रा तैयारियों पर प्रजेंटेंशन दिया गया। चारधाम यात्रा की तैयारियों को और अधिक बेहतर बनाने के लिए इसमें और क्या कुछ किया जा सकता है इस पर विचार मंथन किया गया।
इस बैठक की खास बात यह रही कि इसमें सभी विभागों के बीच बेहतर आपसी तालमेल बनाने पर सबसे अधिक जोर दिया गया। आपदा की किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पुलिस तथा स्वास्थ्य एवं आपदा प्रबंधन की टीमें किस तरह से बेहतर तालमेल बनाकर काम कर सकती है तथा आपदा के समय कम से कम एक्शन समय में पीड़ितों तक मदद पहुंचाई जा सके जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई। सभी विभागों द्वारा चार धाम यात्रा को लेकर जो तैयारियां की गई है उसकी जमीनी हकीकत क्या है? तथा किस विभाग की तैयारियों में कमी है जिसे सुधारा जाना चाहिए इसके लिए 20 अप्रैल को एक मॉक ड्रिल का आयोजन का निर्णय भी लिया गया है। इस मॉक ड्रिल को देखने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद भी मौजूद रहेंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि इस बार की चार धाम यात्रा ऐतिहासिक रहने वाली है उनका कहना है कि यात्रा की सभी तैयारियां लगभग पूरी की जा चुकी है वह खुद तैयारियों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। बैठक सुबह से दोपहर 2ः00 बजे तक चली बैठक में जोशीमठ सहित सभी यात्रा मार्गों पर ज्वॉइंट टीमों की तैनाती करने का निर्णय भी लिया गया है।