नए साल के जश्न पर कोरोना की काली छाया

0
631

पाबंदियों को लेकर होटल मालिकों मेंं नाराजगी
मसूरी के होटलों में लोग कर रहे हैं बुकिंग कैंसिल

देहरादून/मसूरी। पहाड़ों की वादियों में नए साल का जश्न मनाने का मंसूबा पाल रहे पर्यटकों और स्थानीय लोगों के इंतजार को कोरोना की काली छाया ने घेर लिया है। सरकार ने सूबे में बढ़ते कोरोना केसों के मद्देनजर न सिर्फ रात के कर्फ्यू का ऐलान कर दिया है अपितु तमाम तरह की अन्य पाबंदियां भी लगा दी गई है। जिसके कारण अब होटलों की बुकिंग कैंसिल हो रही है।
बीते कल से उत्तराखंड शासन द्वारा राज्य में नाइट कर्फ्यू का ऐलान कर दिया गया है यह कर्फ्यू रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक लागू रहेगा। जिसके कारण स्थानीय लोग और पर्यटको को दस बजे ही यानी नया साल शुरू होने से २ घंटे पहले ही पार्टी खत्म करनी पड़ेगी और अपने होटल या आवास लौटना पड़ेगा। क्योंकि 11 बजे के बाद सिर्फ आपातकाल सेवा में लगे लोगों को ही बाहर आने जाने की अनुमति होगी।
सरकार के इस फैसले को लेकर होटल स्वामियों तथा व्यवसायियों में भारी आक्रोश है उनका कहना है कि पहले ही कोरोना के कारण वह आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। सरकार नाइट कर्फ्यू का फैसला चार दिन बाद भी ले सकती थी। उनका कहना है कि कोरोना के कारण तथा नई पाबंदियों के कारण पहले से ही नए साल के लिए बहुत कम लोगों द्वारा एडवांस बुकिंग कराई गई थी। अब बाहर से आने वाले लोगों द्वारा अपनी बुकिंग कैंसिल कराई जा रही है।
मसूरी होटल एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि उनकी 20 से 30 प्रतिशत तक बुकिंग अब तक कैंसिल हो चुकी है और यह क्रम लगातार जारी है। हर साल जहां उनके होटलों में शत—प्रतिशत बुकिंग रहती थी वहां अभी 40 से 50 प्रतिशत तक होटल खाली हैं। सरकार का आदेश है कि जिसने वैक्सीन की दोनों खुराक नहीं ले रखी हैं या फिर जिनके पास आरटीपीसीआर की 12 घंटे पहले की नेगेटिव रिपोर्ट नहीं होगी उसे राज्य की सीमाओं में घुसने की अनुमति नहीं होगी। यही नहीं जिनकी एडवांस बुकिंग नहीं होगी उनको भी नहीं आने दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि होटल स्वामी इस बात को लेकर भी नाराज हैं कि जब नेताओं और राजनीतिक दलों के आयोजनों और रैलियों पर कोई प्रतिबंध नहीं है तो नए साल के जश्न के ऊपर ही पाबंदियां क्यों लगाई जा रही है? राज्य में अभी कोरोना की ऐसी आपात स्थिति नहीं है जिसे लेकर वैसी सख्त पाबंदियां लगाई जाए जैसी लगायी जा रही हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here