निजी अस्पतालों की लूट के विरूद्ध एससी में डाली याचिका
देहरादून। कोविड काल में निजी अस्पतालों की लूट का शिकार हुए लोगों को जागरूक करने और इस लूट के खिलाफ आवाज उठाने के लिए कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा आज से एक अभियान शुरू किया गया है। वहीं एक सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा निजी अस्पतालों द्वारा आम नागरिक से उपचार के नाम पर ली धनराशि वापस करवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका भी डाली गई है।
इस संबंध में आज प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता अभिनव थापर ने कहा कि कोविड की दूसरी लहर में कोई भी इस महामारी से अछूता नहीं रहा है। कोविड की दूसरी लहर ने आम आदमी की पूरी दिनचर्या को प्रभावित किया है। यहां तक कि लोगों के जीवनयापन में भी काफी बदलाव आ गया है। भले ही कोरोना का कहर अब कम हो गया हो किन्तु कोविड की लहर ने लाखों लोगों का जीवन बर्बाद कर दिया। भारत के मध्यम वर्ग और निचले वर्ग के 90 प्रतिशत आबादी के कई लोगों की नौकरियां—व्यापार पर खतरा मंडराया तब भी उन्होंने अपने परिवार वालो को बचाने के लिये प्राइवेट हस्पतालों में अपना सबकुछ दांव पर लगा दिया।
थापर ने कहा कि कोरोनकाल में केंद्र सरकार द्वारा जून 2020 में प्राइवेट हस्पतालों के कोरोना मरीजों हेतु चार्ज सुनिश्चित किया गया था किन्तु फिर भी कई राज्याें के मरीजों से लाखों रुपये के बिल वसूले गये। अतः इन सबके दृष्टिगत देश में कोरोना मरीजों को प्राइवेट हस्पतालों द्वारा अत्यधिक खर्च की प्रतिपूर्ति—आमजन को प्राइवेट हस्पतालों से पैसे वापसी के लिये उन्होंने सुप्रीम कोर्ट, नई दिल्ली में जनहित याचिका लगाई। सुप्रीम कोर्ट की संयुत्तQ पीठ ने इस याचिका के प्राइवेट हॉस्पिटल के अत्याधिक बिल चार्ज करने की अनियमिताओं, मरीजों को रिफंड करने व पूरे देश के लिये सुनिश्चित गाइडलाइंस जारी करने विषय में स्वास्थ्य मंत्रालय, केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर अपना पक्ष रखने का आदेश दिया है।
अभिनव का कहना है कि अत्यधिक खर्च की प्रतिपूर्ति—आमजन को प्राइवेट अस्पतालों से पैसे वापसी के लिये अपने साथियों के साथ प्रदेश भर में अभियान चलाकर लोगों को जागरूक कर, उनके बिल एकत्रित कर, उनकी बिल प्रतिपूर्ति का विषय सुप्रीम कोर्ट के संज्ञान में लाया जाएगा। थापर ने उत्तराखंड के सभी कोरोना पीड़ितों के लिये हेल्पलाइन नम्बर व ईमेल जारी किया, जिसपे कोई भी निवासी अपने या अपने दोस्त/रिश्तेदारों/जानकारों के हॉस्पिटल, दवाई के बिल, कोरोना की रिपोर्ट व डिस्चार्ज की जानकारी ईमेल कर सकते हैं। यह जानकारी व्हाट्सएप नंबर 9870807913 तथा ईमेल : abhinavthaparuk@gmail.com पर दे सकते हैं। इस अभियान में उत्तरकाशी से सामाजिक कार्यकर्ता विजयपाल रावत, हिमालय बचाओ आंदोलन से समीर रतूड़ी, सामाजिक कार्यकर्ता अमित पंत, संग्राम सिंह पुंडीर और प्रदेश के सबसे युवा राज्य आंदोलनकारी टिहरी से देवेंद्र नौडियाल भी जुड़े हैं।