‘बाल शैतान का धागा है’

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नई दिल्ली। ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट यानी एआईयूडीएफ के चीफ बदरुद्दीन अजमल सुर्खियों मं रहते हैं। एक बार फिर उन्होंने कुछ ऐसा कहा है, जिसकी वजह से वह चर्चा में हैं। दरअसल, एआईयूडीएफ चीफ अजमल का कहना है कि मुस्लिम महिलाएं भले ही आईएएस, आईपीएस या डॉक्टर ही क्यों न हों, उन्हें हिजाब पहनना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस तरह की नौकरियों में मुस्लिम पहचान को अपनाना जरूरी है। असम के करीमगंज में मंगलवार को एक सभा को संबोधित करते हुए बदरुद्दीन अजमल ने सुझाव दिया कि आईएएस, आईपीएस और मेडिकल फील्ड जैसे प्रतिष्ठित बिजनेस में मुस्लिम महिलाओं का हिजाब पहनना अनिवार्य होना चाहिए। एआईयूडीएफ सुप्रीमो ने तर्क दिया कि इन कामों में महिलाओं के बीच मुस्लिम पहचान के लिए हिजाब को अपनाना जरूरी है। उनके इस बयान से हिजाब का मुद्दा फिर गरमा सकता है। बदरुद्दीन अजमल ने सवाल किया, ‘अगर मुस्लिम महिलाएं हिजाब पहनना या अपने बाल ढंकना नहीं जानतीं तो उन्हें मुस्लिम के रूप में कैसे पहचाना जाएगा?’ अजमल ने इस बात पर जोर दिया कि हिजाब पहनना सिर्फ एक विकल्प नहीं बल्कि एक जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘हिजाब जरूरी है। बाल शैतान का धागा है, और मेकअप शैतान का काम है।’ एक मस्जिद और कब्रिस्तान की नींव रखने के लिए बदरुद्दीन अजमल करीमगंज में पहुंचे हुए थे।

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