150 कर्मचारियों को दिया गया नोटिस
चीन से जुडे हैं इस गैंग के तार
देहरादून। लोन वसूलने के नाम पर देश भर में लोगों को ठगने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए एसटीएफ व महाराष्ट्र पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाते हुए 150 लोगों को हिरासत में ले उनको नोटिस थमाया। गिरोह का सरगना मौके से फरार हो गया।
आज यहां इसकी जानकारी देते हुए एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि लूनिया मोहल्ला निवासी के साथ करीब 17 लाख रुपये की ऑनलाईन लोन एप के माध्यम से साईबर ठगी हुई, जिसका संज्ञान साईबर क्राईम पुलिस द्वारा लिया गया जिसमें प्रथम दृष्टया जांच में पाया कि भारत सरकार के एनसीआरपी पोर्टल पर भी फर्जी लोन एप के माध्यम से धोखाधड़ी का शिकार हुए पीड़ितों की विभिन्न शिकायतें प्राप्त हुई। इन शिकायतों की जाँच साईबर थाने ने जांच कर 29 दिसम्बर को मुकदमा दर्ज किया गया। मुकदमें की जांच के लिए विशेष टीम का गठन किया गया, जिसमें टीम द्वारा अनुमानित 75—80 फर्जी लोन एप को बन्द कराने हेतु कार्यवाही प्रचलन में लायी जा चुकी है। मुकदमें की जांच के दौरान एसटीएफ ने अंकुर ढींगरा पुत्र अनिल ढींगरा निवासी मोहन गार्डन उत्तम नगर नई दिल्ली को उसके गुडगाँव स्थित कार्यालय से गिरफ्तार किया गया था। अंकुर द्वारा बताया गया था की उसके द्वारा कुछ चीनी मूल के नागरिकों को 2019—20 में औरंगाबाद ले गया था। इसी जांच में यह बात सामने आई की वोडाफोन कंपनी के 77 नंबर की एक विशेष सीरीज से लोगो को लोन एप के सन्दर्भ में पैसे वसूलने का काम भी किया जा रहा। गहनता से नंबरों को चेक करने पर साफ हुआ की एक साथ 32 सिम 4 अक्टूबर 2022 को एक ही कंपनी यश इंटरप्राइजेज द्वारा पोर्ट करके लिए एवं एक्टिवेट किये गए थे। मौके पे साइबर थाना देहरादून की टीम औरंगाबाद पुलिस (महाराष्ट्र पुलिस) के साथ संयुक्त अभियान चलाया और इस कॉल सेंटर पैठण गेट औरंगाबाद में रेड डाली। मौके पे एक कॉल सेंटर संचालित था जहाँ लगभग 150 लोग पब्लिक से फोन पे जबरन वसूली कर रहे थे। इन कर्मचारियों द्वारा बताया गया की कंपनी का मालिक सय्यद जोहेब विभिन्न टीम लीडर्स के माध्यम से इनको काम देता था। इनको भारतपे और वोडाफोन के लाइसेंस प्राप्त हैं परन्तु इसकी आड़ में भारत के विभिन्न लोगो को कॉल करके पैसे वसूलने का काम भी दिया गया था। मौके से सय्यद जोहेब पहले से फरार था और उसके विरुद्ध लुक आउट सर्कुलर जारी किया जायेगा। टीम द्वारा 10 टीम लीडर्स एवं कॉलर्स के विरुद्ध 41क सीआरपीसी का लीगल नोटिस तमील करवाया गया। मौके से 1500 सिम कार्ड्स जब्त एवं 02 सिम बॉक्स मशीन को जब्त किया गया। औरंगाबाद पुलिस द्वारा कॉल सेंटर के सभी 150 कर्मचारियों की डिटेल्स को एकत्रित करके नोटिस दिया गया।