नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के नेता और देश के पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बाबत ऐलान करते हुए कहा कि हमारे समय के सबसे सम्मानित राजनेताओं में से एक हैं। उनका भारत के विकास में योगदान अविस्मरणीय है। उनका जीवन जमीनी स्तर पर काम करने से शुरू होकर हमारे उपप्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा करने तक का है। उन्होंने देश के गृह मंत्री और सूचना एवं प्रसारण मंत्री के रूप में भी अपनी पहचान बनाई। उनके संसदीय हस्तक्षेप हमेशा अनुकरणीय और समृद्ध अंतर्दृष्टि से भरे रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि सार्वजनिक जीवन में लालकृष्ण आडवाणी जी की दशकों लंबी सेवा को पारदर्शिता और अखंडता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता द्वारा चिह्नित किया गया है, जिसने राजनीतिक नैतिकता में एक अनुकरणीय मानक स्थापित किया है। उन्होंने राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक पुनरुत्थान को आगे बढ़ाने की दिशा में अद्वितीय प्रयास किए हैं। उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया जाना मेरे लिए बहुत भावुक क्षण है।’ मैं इसे हमेशा अपना सौभाग्य मानूंगा कि मुझे उनके साथ बातचीत करने और उनसे सीखने के अनगिनत अवसर मिले।
अभी हाल ही में बिहार के मुख्यमंत्री रहे और अन्य पिछड़ा वर्ग के बड़े नेता कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत भारत रत्न के लिए चुना गया। भारत रत्न पुरस्कार भारत का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है, जिसे साल में 1954 में सबसे पहले पूर्व राष्ट्रपति डॉ। सर्वपल्ली राधाकृष्णन को दिया गया था। भारत रत्न उन लोगों को दिया जाता है जिन्होंने सार्वजनिक सेवा, साहित्य, विज्ञान और कला जैसे क्षेत्रों में असाधारण काम किया हो। एक साल में अधिकतम 3 लोगों को भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। ये पुरस्कार भारत के राष्ट्रपति द्वारा प्रदान किया जाता है।