देहरादून। पुलिस ने राज्य की रजत जयंती के अवसर पर राज्य आंदोलनकारी आशा बहुगुणा को सम्मानित करने के लिए निमंत्रण दिया लेकिन बाद में उसको घर के अंदर ही नजरबंद कर दिया।
यहां राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने पर राज्य भर में रजत जयंती समारोह की धूम मची हुई है। प्रत्येक जनपद में रजत जयंती समारोह मनाया जा रहा है। राजधानी में भी एक सप्ताह से रजत जयंती समारोह के कार्यव्रQम आयोजित किये जा रहे हैं। इसी में राज्य आंदोलनकारियों को भी सम्मानित किया जा रहा है। जिसके चलते राज्य आंदोलनकारी आशा बहुगुणा को भी सम्मानित करने का निमंत्रण दिया गया। आज आशा बहुगुणा को पुलिस लाईन में आयोजित कार्यव्रQम में सम्मानित किया जाना था। जिसके लिए आंदोलनकारी आशा बहुगुणा सुबह जब घर से बाहर निकली तो बाहर का नजारा देखकर वह दंग रह गयी। उसके घर के बाहर आधा दर्जन पुलिस वाले खडे थे तथा उनको घर से बाहर निकलने के लिए मना कर दिया गया। जिसके बाद आशा बहुगुणा ने अधिकारियों से सम्पर्क किया कि उसको सम्मानित करने का निमंत्रण दिया गया था उसके बावजूद उसको घर से निकलने नहीं दिया जा रहा है। लेकिन अधिकारियों ने उनको कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया।
इस बारे में जब दून वैली मेल ने आशा बहुगुणा से सम्पर्क किया तो उनके द्वारा बताया गया कि उनको तो सम्मानित करने का निमंत्रण दिया गया था लेकिन उसके बावजूद उनको घर से नहीं निकलने दिया जा रहा है। जब दून वैली मेल ने एसएसपी अजय सिंह से सम्पर्क करने का प्रयास किया तो उनके द्वारा फोन नहीं उठाया गया। जिसके बाद बसंत विहार थाना प्रभारी से सम्पर्क किया गया तो उनके द्वारा बताया गया कि आशा बहुगुणा को सम्मानित करने का निमंत्रण दो दिया गया था लेकिन खुफिया जानकारी मिली थी कि वह पुलिस लाईन जाकर हंगामा करेंगी जिसके बाद उनको घर में ही रोक दिया गया।





