देहरादून। बैंक और सरकार की लापरवाही का खामियाजा भुगत रहे नैनीताल निवासी हेमचंद्र तिवारी दीवाली के दिन भी गांधी पार्क के बाहर धरने पर बैठने के लिए मजबूर हैं।
स्वरोजगार के जरिए अपना और कई अन्य लोगों को रोजगार देने वाले तिवारी बैंक कर्मचारी की लापरवाही के चलते आज खुद सड़क पर आ गये हैं। आलम यह है कि उनकी इस मजबूरी की जानकारी सीएम तक को है और सीएम ने डीएम नैनीताल को इस संबंध में उचित कार्यवाही के निर्देश भी दिए हैं लेकिन तब भी कोई कार्यवाही आज तक नहीं की गई। जिसके चलते हेम चंद्र तिवारी का काम बंद हो गया। उनकी फैक्ट्री में काम करने वाले अन्य कई लोग भी बेरोजगार हो गये। एक व्यक्ति की लापरवाही का खामियाजा कर लोगों को भुगतना पड़ा।
सिस्टम की इस प्रताड़ना से परेशान हो कर आखिरकार हेमचंद्र तिवारी राजधानी में धरना देने बैठ गये। प्रशासन और सरकार को इस धरने की खबर है लेकिन हेमचंद्र तिवारी को राहत देने या उनको स्वरोजगार के लिए ऋण दिलाने की पहल अब तक नहीं की गई है। जिसकी वजह से दिनभर एक बैनरतले धरना देने और रात को खुले आसमान के नीचे सोने के लिए मजबूर हेमचंद्र तिवारी की सरकार द्वारा सुध तक नहीं ली जा रही है।