नई दिल्ली। अरब सागर में उठा चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ पहले से ज्यादा खतरनाक हो चुका है। कच्छ और भुज में हजारों लोगों को राहत शिविर में शिफ्ट किया गया है। गुजरात के जाफराबाद सहित अन्य इलाकों में पुलिस ने बुधवार सुबह ग्रामीणों को सब्जियां और दूध सहित अन्य सामान वितरित किया। चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ के खतरे के मद्देनजर भुज के जखाऊ बंदरगाह पर सैकड़ों नावें 2 दिन से खड़ी हैं। तूफानी के चेतावनी के कारण मछुआरों को समुद्र में जाने पर पाबंदी लगा दी गई है। चक्रवात ‘बिपरजॉय’ के 15 जून की शाम तक गुजरात के जखाऊ बंदरगाह के पास से गुजरने की संभावना है। अरब सागर का चक्रवात ‘बिपरजॉय’ तटीय इलाकों की ओर तेजी से बढ़ रहा है। ‘बिपरजॉय’ की गति धीरे-धीरे तेज हो रही है। ‘बिपरजॉय’ की आगे बढ़ने की गति अब 5 किलोमीटर प्रति घंटे से बढ़कर 12 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो गई है। कच्छ से केरल तक चक्रवाती तूफान का असर देखा जा रहा है। समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठने लगी हैं। तेज हवाओं की वजह से पेड़ गिरने लगे हैं।
15 जून को चक्रवाती तूफान गुजरात के तट से टकराएगा। इसी के मद्देनजर गुजरात में समुद्र तट से 10 किलोमीटर तक के गांवों को पूरी तरह खाली कराया जा रहा है। गुजरात के कच्छ, द्वारका, राजकोट, मोरबी, जामनगर, पोरबंदर एवं जूनागढ़ से लगभग 41 हजार लोगों को अस्थायी शिविरों में भेज दिया गया है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार देर रात गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से बात कर स्थिति की जानकारी ली और बचाव प्रबंधन का निर्देश दिया। मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से मुख्यमंत्री एवं प्रभावित हो सकने वाले जिलों के प्रशासन से स्थिति की जानकारी ली। पश्चिम रेलवे ने प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में एहतियात के तौर पर 69 ट्रेनों को निरस्त, 32 ट्रेनों को शार्ट टर्मिनेट और 26 ट्रेनों को शार्ट आरिजनेट किया है।