हेलीकॉप्टर में रावत व उनकी पत्नी सहित 14 लोग थे सवार
11 लोगों की मौत का समाचार, तीन घायल
सरकार ने नहीं दिया आधिकारिक बयान
कन्नूर (तमिलनाडु)। देश के पहले सीडीएस बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर आज उस समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया जब वह सुलूर से दिल्ली आ रहे थे, उनका एम आई हेलीकॉप्टर नीलगिरी की पहाड़ियों पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। दुर्घटना के समय सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित कुल १४ लोग सवार थे। जिसमें उनके सहायक स्टाफ और दो पायलट तथा इंजीनियरिंग स्टाफ शामिल है। इस दुर्घटना के बाद हेलीकॉप्टर में आग लग गई। दुर्घटना की सूचना मिलते ही आर्मी स्टाफ और स्थानीय लोग घटनास्थल पर रवाना हो गए। दुर्घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। इस हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई तथा 3 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सी डी एस रावत यहां बीते कल सुलूर स्थित सेना स्टाफ कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे थे। आज सुबह वह अपनी पत्नी और सहायक स्टाफ के साथ कोयंबटूर से सेलूर के लिए रवाना हुए थे जहां से उन्हे दिल्ली वापस लौटना था। कोयंबटूर कन्नूर हवाई मार्ग पर उनका एमआई 17 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। नीलगिरी की पहाड़ियों में गिरने के बाद हेलीकॉप्टर को आग लग गई। दुर्घटना का कारण प्रथम दृष्टया खराब मौसम बताया जा रहा है। लेकिन दुर्घटना की आर्मी जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं।
आर्मी के इस एमआई 17 को वीवीआईपी की सुरक्षा के मामले में सबसे सुरक्षित माना जाता है इसमें दो इंजन होते हैं तथा दो पायलट होते हैं। रूस निर्मित इस हेलीकॉप्टर को सुरक्षा के लिहाज से अति सुरक्षित माना जाता है। इसलिए यह सवाल भी स्वाभाविक है कि यह एक हादसा है या कोई षड्यंत्र। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना प्रमुख बीआर चौधरी को कन्नूर दुर्घटना स्थल पर दिल्ली से रवाना कर दिया गया है।
इस हेलीकॉप्टर में जनरल बिपिन रावत उनकी पत्नी मधुलिका रावत तथा लेफ्टिनेंट जनरल हरजिंदर सिंह, ब्रिगेडियर एलएस लिटर, नायक गुरु सेवक सिंह नायक जितेंद्र कुमार, विवेक कुमार, हवलदार सतपाल तथा टेक्निकल स्टाफ के सदस्य शामिल थे। संसद में दुर्घटना की जानकारी देने से पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दिल्ली स्थित सीडीएस रावत के घर गए जहां इस दुर्घटना की जानकारी परिजनों को दी गई।