- इंडिया को 13 में से 11 सीटों पर मिली सफलता
- बिहार में जेडीयू व आरजेडी को भी नकारा
- पश्चिम बंगाल में ममता का जादू बरकरार
नई दिल्ली। सात राज्यों की 13 विधानसभा सीटों के लिए हुए उपचुनावों के नतीजे आ चुके हैं। इन उपचुनावों में भाजपा को जबरदस्त करारा झटका लगा है। क्योंकि वह एकमात्र हिमाचल की हमीरपुर सीट पर ही जीत दर्ज कर सकी है बाकी एक बिहार की सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी की जीत हुई है बाकी सभी सीटों पर कांग्रेस और उसके सहयोगी दल जीत दर्ज करने में सफल रहे हैं।
जिन सात राज्यों में यह उपचुनाव हुआ था उसमें पश्चिम बंगाल की चार सीटें थी, जिन सभी चारों सीटों पर बड़े मतांतर से ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी ने जीत दर्ज की है। वही हिमाचल की तीन में से दो सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है जीतने वालों में सीएम सुख्खों की पत्नी भी शामिल है जबकि एक सीट पर संघर्षपूर्ण मुकाबले में (हमीरपुर) भाजपा ने जीती है। उत्तराखंड की दो सीटें मंगलौर और बद्रीनाथ दोनों ही सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज कर ली है। इसके अलावा मध्य प्रदेश जहां भाजपा ने लोकसभा चुनाव में बंपर जीत दर्ज की थी तथा भाजपा की डबल इंजन वाली सरकार ही वहां भी थी, भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है। पंजाब की एकमात्र सीट जालंधर वेस्ट पर आम आदमी पार्टी जीत दर्ज करने में सफल रही है। जबकि तमिलनाडु की एक सीट पर भी इंडिया गठबंधन को जीत मिली है।
खास बात यह है कि इन 13 में से तीन सीटें पहले से ही भाजपा के कब्जे में थी। भले ही यह उपचुनाव के नतीजे हो लेकिन लोकसभा चुनाव के परिणामों के बाद भाजपा के विरुद्ध जिस तरह का माहौल पूरे देश में बन चुका है उसको परिलक्षित करते हुए यह नतीजे भाजपा के लिए चिंतनीय हैं। आने वाले दिनों में तीन राज्यों हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड में होने वाले चुनावों को लेकर भी भाजपा के लिए अच्छे संकेत नहीं है। अभी उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा व उत्तराखंड की केदारनाथ विधानसभा सीट के लिए भी उपचुनाव होने वाले हैं। अगर भाजपा का यही प्रदर्शन जारी रहता है तो उसकी मुश्किलें बढ़ना तय है।
उत्तराखंड में जो कांग्रेस राज्य गठन के बाद कभी एक उपचुनाव में नहीं जीत सकी वह दोनों सीटों पर चुनाव जीत गई जो लोगों में भाजपा के प्रति गुस्से को ही दर्शाता है।