बद्री भगवान से मांगा जीत का वरदान
तीर्थ पुरोहितों की समस्याएं भी सुनी
चमोली/बद्रीनाथ धाम। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम हरीश रावत और यशपाल आर्य ने आज बद्रीनाथ मंदिर जाकर पूजा अर्चना की और 2022 में जीत का वरदान मांगा। इस अवसर पर उन्होंने तीर्थ पुरोहितों के साथ भी वार्ता की और उनकी समस्याएं सुनी। पूर्व सीएम ने उन्हें भरोसा दिलाया कि भगवान बद्रीनाथ उनकी समस्याओं का समाधान जरूर करेंगे।
इस अवसर पर हरीश रावत ने कहा कि राज्य की समृद्धि और शांति की कामना उन्होंने बद्री भगवान से की है। उन्होंने देवस्थानम बोर्ड के बारे में कहा कि चारधाम हजारों करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र है हमारे तीर्थ पुरोहित सदियों से इस यात्रा की जिम्मेवारी संभाले हुए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार को जो कुछ भी करना था वह तीर्थ पुरोहितों और पुजारियों को विश्वास में लेकर करना चाहिए था लेकिन सत्ता में बैठे भाजपा के नेता अभी उनकी बात सुनने को तैयार नहीं है। सरकार अब इस मुद्दे को लेकर टालमटोल करने में जुटी हुई है उन्होंने कहा कि सरकार ने जो समिति बनाई थी वह अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप चुकी है फिर भी सरकार कोई फैसला नहीं ले पा रही है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार चुनाव तक इस मुद्दे को लटकाए रखने की जुगत में जुटी हुई है उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि भाजपा देवस्थानम बोर्ड पर कोई फैसला लेगी। उन्होंने कहा कि इसका समाधान भाजपा नहीं सत्ता में आने पर कांग्रेस करेगी। उन्होंने कहा कि मैं कई बार कह चुका हूं कि कांग्रेस सत्ता में आते ही देवस्थानम बोर्ड को भंग कर देगी। इस अवसर पर यशपाल आर्य भी उनके साथ थे। उन्होंने कहा कि यह मेरा बड़ा सौभाग्य है कि आज भगवान बदरी विशाल के दर्शनों का मौका मुझे मिला है। यशपाल आर्य ने कहा कि भगवान की कृपा से सब कुछ अच्छा होगा कांग्रेस एक बार फिर राज्य में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएगी उल्लेखनीय है कि 20 नवंबर को बद्रीनाथ मंदिर के कपाट बंद होंगे।