हरक व किशोर पर फैसला कब?

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भाजपा आज कर सकती है दूसरी सूची जारी

देहरादून। कांग्रेस अब तक 70 में से 64 सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर चुकी है वहीं भाजपा 59 सीटों पर। भाजपा का कहना है कि रणनीति के तहत वह अभी 11 प्रत्याशियों की सूची को रोके हुए हैं लेकिन कांग्रेस ने जिन 6 सीटों पर अभी प्रत्याशी घोषित नहीं किए हैं उन पर कई पेंच फंसे हुए हैं।
कांग्रेस ने जिन 6 सीटों पर प्रत्याशी घोषित नहीं किए हैं उनमें नरेंद्र नगर, टिहरी, हरिद्वार ग्रामीण, रुड़की और चौबट्टाखाल सीटें हैं। कांग्रेस ने जिन सीटों पर अभी प्रत्याशी घोषित नहीं किए हैं उनमें टिहरी सीट सबसे अहम है इस सीट पर अभी भाजपा ने भी अपने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है। दोनों ही दलों के नेता इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि पहले दूसरा दल अपने पत्ते खोले। टिहरी सीट से कांग्रेस की ओर से सबसे प्रबल दावेदार किशोर उपाध्याय को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। उनके भाजपा के संपर्क में होने की खबरों के बीच कांग्रेस ने उन्हें सभी पदों से हटा तो दिया लेकिन उन्होंने कांग्रेस नहीं छोड़ी है। ऐसे में भाजपा उन्हें अपना प्रत्याशी घोषित नहीं कर सकती है। भाजपा अगर उन्हें प्रत्याशी बनाती है और वह कांग्रेस छोड़ देते है तो यह स्थिति काग्रेस को असहज करने वाली होगी। यही कारण है कि किशोर उपाध्याय व टिहरी प्रत्याशी पर फैसला भाजपा व कांग्रेस दोनों ने लंबित रखा हुआ है।
चौबट्टाखाल से भाजपा सतपाल महाराज को अपना प्रत्याशी घोषित कर चुकी है लेकिन कांग्रेस ने इस सीट पर अपना प्रत्याशी तय नहीं किया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस इस सीट पर डॉ हरक सिंह को चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है। लेकिन एक ही परिवार से एक ही व्यक्ति के फार्मूले और पार्टी कार्यकर्ताओं की इस बात को लेकर नाराजगी कि कहां तो पार्टी के नेता डॉ हरक सिंह को पार्टी में वापसी का विरोध कर रहे थे अब हरक और उनकी पुत्रवधू दोनों को टिकट दे दिया गया, का विरोध कर सकते हैं। यही कारण है कि कांग्रेस हरक सिंह को प्रत्याशी बनाने के मुद्दे पर अंतिम क्षणों में ही फैसला लेना चाहती है।
वैसे आज भाजपा अपनी शेष बची 11 सीटों पर फैसला ले सकती है क्योंकि अब कांग्रेस की सिर्फ 6 सीटों पर प्रत्याशी तय होने बाकी है। डोईवाला सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी तय कर चुकी है जिसे हॉट सीट माना जा रहा था। इसलिए रणनीति कारण कुछ खास नहीं बचे हैं आंतरिक कारणों से भाजपा की सूची में देरी होती है तो अलग बात है।

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