नरेंद्र नगर से कांग्रेस उतार सकती है उनियाल के खिलाफ मैदान में
नई दिल्ली/देहरादून। भाजपा और कांग्रेस एक तरफ अपने प्रत्याशियों की सूची को अंतिम रूप देने में जुटी है वहीं दूसरी ओर टिकट न दिए जाने से नाराज नेताओं का इधर—उधर आने—जाने का क्रम भी जारी है। नरेंद्र नगर से दो बार विधायक रह चुके ओम गोपाल रावत टिकट न मिलने से इतने नाराज हैं कि वह अब कांग्रेस की शरण में पहुंच गए हैं। कांग्रेस उन्हें अब नरेंद्र नगर से चुनाव मैदान में उतार सकती है।
चुनाव से पूर्व भाजपा और कांग्रेस असंतुष्टों को अपनी पार्टी में शामिल कर एक दूसरे को एक के बाद एक झटका दे रहे हैं। भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आए दुर्गेश्वर लाल ने सूची जारी होने से पहले फिर पाला बदलकर भाजपा का न सिर्फ दामन थाम लिया बल्कि पुरोला सीट से भाजपा का टिकट भी चंद घंटों में ही हासिल कर लिया। ठीक वैसे ही सिर्फ एक दिन पहले कांग्रेस महिला मोर्चा की अध्यक्ष सरिता आर्य ने पाला बदला और नैनीताल सीट से भाजपा का टिकट भी हासिल कर लिया। लेकिन कांग्रेस भाजपा को झटका देने का कोई मौका नहीं चूकना चाहती है। भाजपा के 2 कैबिनेट मंत्री व एक विधायक सहित कई लोग कांग्रेस का दामन थाम चुके हैं।
भाजपा विधायक ओम गोपाल रावत की नई दिल्ली में हरीश रावत के साथ हुई मुलाकात के बाद उनका अब कांग्रेस में जाना तय हो गया है भले ही अभी उनके बारे में टिकट पर कोई फैसला न हुआ हो लेकिन कांग्रेस उन्हें नरेंद्र नगर से ही सुबोध उनियाल के खिलाफ चुनाव मैदान में उतार सकती है क्योंकि नरेंद्र नगर से कांग्रेस के पास भाजपा के सुबोध उनियाल को टक्कर देने के लिए दूसरा इतना मजबूत प्रत्याशी अन्य कोई नहीं है इसलिए माना जा रहा है कि कांग्रेस उन्हें नरेन्द्रनगर से चुनाव मैदान में उतार सकती है।