- दो बच्चों की ले चुका था जान, एक हुआ था गम्भीर घायल
देहरादून। आखिरकार वन विभाग की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद किमाड़ी में दहशत के पर्याय बने आदमखोर गुलदार को पिंजरे में कैद कर लिया है। जिसके बाद दूनवासियों ने राहत की सांस ली। पकड़े गये गुलदार द्वारा अब तक दो बच्चों को निवाला बनाया गया था जबकि एक बच्चा गम्भीर रूप से घायल हुआ था। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद में बढ़ते गुलदार के हमलों के मद्देनजर वन विभाग को जल्द से जल्द गुलदार को पकड़ने के सख्त निर्देश दिए थे।
गौरतलब है कि करीब दो माह पूर्व सिगली गांव में घर के आंगन से गुलदार ने एक चार वर्षीय बच्चे को उठाकर निवाला बना लिया था। इसके कुछ समय बाद ही सोंधोवाली क्षेत्र में रिस्पना नदी के पास भी गुलदार ने एक बालक पर हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया था। अभी कुछ दिन पहले गलजवाड़ी गांव में भी गुलदार ने एक 9 वर्षीय बच्चे पर हमला कर उसे अपना निवाला बना लिया था।
घटना के बाद से ग्रामीणों के साथ—साथ वन विभाग में भी हड़कंप मचा हुआ था। मामले का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी सख्त रवैया अपनाते हुए वन विभाग के अधिकारियों को जल्द से जल्द गुलदार को पकड़ने के दिशा—निर्देश दिए थे। जिसे आज सुबह वन विभाग की टीमों द्वारा पिजरें में कैद कर लिया गया है।
मसूरी वन प्रभाग में रेंजर राकेश नेगी ने बताया कि गुलदार को किमाड़ी गांव में लगाए गए पिंजड़े में कैद कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि पिछले काफी समय से इस गुलदार की तलाश की जा रही थी। बताया कि गुलदार को पकड़ने के लिए तीन टीमों का गठन किया गया था जो अलग—अलग क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चला रहे थे और आज सुबह किमाड़ी ग्राम क्षेत्रांतर्गत आतंक का पर्याय बन चुके गुलदार को पकड़ लिया गया है। उन्होंने इसके लिए वन विभाग की टीम की सराहना की, जिन्होंने रात दिन गुलदार को पकड़ने के लिए कार्य किया और अपनी जान की परवाह न करते हुए आदमखोर गुलदार को पकड़ा है।